नगर निगम में स्ट्रीट लाइटों की खरीद में घपले का आरोप

ऋषिकेश(आरएनएस)। उत्तराखंड जन विकास मंच के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने नगर निगम में स्ट्रीट लाइट खरीद में वित्तीय अनियमिता का आरोप लगाया है। उन्होंने लेखा विभाग की ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देते हुए करोड़ों रुपये के घपले में संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। इसमें उन्होंने निगम में जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। गुरुवार को प्रेस क्लब में मंच अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने नगर निगम में हुए घपले का खुलासा किया। बताया कि आरटीआई के माध्यम से उन्हें कई दस्तावेज मिले हैं, जो कि न सिर्फ साफतौर पर घपले को दर्शाते हैं, बल्कि लेखा विभाग की रिपोर्ट में भी यह अनियमितता पकड़ी गई है। विभाग ने रिपोर्ट पर स्ट्रीट लाइट खरीद प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों, कर्मचारियों व विक्रेता फर्म से मय ब्याज के वसूली की टिप्पणी भी रिपोर्ट में अंकित है। उनके मुताबिक यह घपला एक करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपये का है, जिसमें तीन हजार स्ट्रीट लाइट की खरीद की गई है। आरोप है कि नामी कंपनियों की गारंटी समेत स्ट्रीट लाइट की कीमत से अधिक में बिना ब्रांड की लाइटों की खरीद की गई। इनमें सहारनपुर स्थित गंगोह और भगवानपुर की फर्म से यह सामग्री ली गई, जबकि दोनों ही फर्म का प्रोपराइटर एक ही है। बताया कि फाइनेंसल बिड खोले बगैर ही कार्यादेश जारी किया गया है, जिसमें क्वालीफाई तीन एजेंसियों में एक संबंधित फर्म को एल-1 मान लिया गया। खरीद के सामान का लाने वाली एजेंसी के ई-वे बिल और ट्रांसपोर्ट भाड़े की बिल्टी तक नहीं दी गई। उन्होंने लेखा विभाग की रिपोर्ट के बावजूद शासन की ओर से कार्रवाई नहीं होने पर हैरानी जताई। बताया कि यह महज एक घपला नहीं है, इसके अलावा भी 100 से सवा सौ करोड़ रुपये के घपले किए गए हैं। अभी तक ऋषिकेश निकाय में उन्होंने करीब 58 खपलों का कच्चा-चिट्ठा होने की बात कही है, जिसका खुलासा भी सिलसिलेवार जल्द करने का ऐलान किया है। शर्मा ने घपले में पूर्व में नगरपालिका और अब नगर निगम के जनप्रतिनिधियों की संलिप्तता भी बताई है। कहा कि शासन शीघ्र इसमें कार्रवाई नहीं करता है, तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। मंच के संरक्षक एवं कांग्रेस नेता सुधीर राय ने घपले पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए घपले को लेकर जल्द सड़कों पर भी उतरने की बात कही है। वार्ता में रुकम पोखरियाल, राजकुमार बड़थ्वाल, सुभाष जाटव, जनार्दन नवानी, पंकज जाटव आदि शामिल रहे।