मुआवजा न मिलने पर हरसीला के ग्रामीणों में रोष

बागेश्वर। सडक़ कटिंग का मुआवजा न मिलने पर ग्राम पंचायत हरसीला के ग्रामीणों ने कड़ी आपत्ति जताई है। नाराज ग्रामीणों ने एक सूत्रीय मांग को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 14 साल पूर्व उनकी उपजाऊ जमीन सडक़ निर्माण में कट गई, लेकिन तब से लेकर आज तक उन्हें अपनी जमीन का मुआवजा तक नहीं मिला। मुआवजे के साथ ही उन्होंने इंटर कालेज के क्षतिग्रस्त भवनों का निर्माण कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक माह के भीतर उनकी दो सूत्रीय मांगें पूरी नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। सोमवार को ग्राम प्रधान हरीश नेगी के नेतृत्व में कास्तकार कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी विनीत कुमार को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि हरसीला-पुडक़ुनी और हरसीला-नान कन्यालीकोट मोटर मार्ग को बने कई वर्ष बीत गए हैं। इन सडक़ों में उनकी नाप भूमि कटी थी, लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है। उन्होंने कहा कि निमार्ण एजेंसी के वह कई बार चक्कर काट चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। विभाग ने उन्हें आश्वासन दिया कि छह माह बाद मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन 14 वर्ष बाद भी इंतजार कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत हरसीला में इंटर कालेज को दान में भूमि दी गई थी। 20 वर्षों के बाद भी भूमि का उपयोग नहीं हो सका है। पुराना भवन भी क्षतिग्रस्त हो गया है। कालेज प्रशासन ने वर्ग पांच की भूमि पर भवनों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को एक माह के भीतर मुआवजा नहीं मिला तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसके लिए निर्माण एजेंसी और जिला प्रशासन जिम्मेदारी होगा। इस मौके पर कविता नेगी, शोभा देवी मंजू देवी, लछम सिंह, मोहन सिंह, उमेद सिंह, नवीन पाठक आदि मौजूद थे।

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