मूल निवास 1950 की मांग पर उक्रांद का नए साल से आंदोलन

देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल मूल निवास 1950 की मांग को लेकर प्रदेश भर में नए सिरे से आंदोलन खड़ा करने जा रहा है। एक जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों में धरना दिया जाएगा। सीएम को पत्र भेज कर मूल निवास 1950 और भू कानून लागू किए जाने की मांग की जाएगी। उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने पार्टी कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि मूल निवास को लेकर कटऑफ 1950 तय किए जाने को सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। इस कट ऑफ से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। कहा कि मूल निवास 1950 की कटआफ को लेकर कांग्रेस का रुख साफ नहीं है। नेता गोलमोल जवाब दे रहे हैं। कांग्रेस समेत भाजपा दोनों का एक जैसा ही रुख है। कहा कि राज्य में सशक्त भू कानून को लेकर भी दबाव बनाया जाएगा। राज्य की जमीनों को बचाने को अब भू कानून बहुत जरूरी है। कहा कि इन्हीं अभियानों के साथ सांगठनिक गतिविधियों को भी तेज किया जाएगा। लोकसभावार सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। एक जनवरी से पहले चरण में तीन महीने अभियान चलेगा। हर लोकसभा में एक एक लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने राज्य में जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक पर चिंता जताई। कहा कि आम लोगों को जंगली जानवरों के हमलों से निजात दिलाने को कार्रवाई की जाए। ताकि लोग पहाड़ों पर सुरक्षित रह सकें। अपनी खेती बाड़ी कर सकें। जंगली जानवरों के कारण जहां जान माल का नुकसान हो रहा है। वहीं खेती भी बर्बाद हो रही है। इस अवसर पर सुनील ध्यानी, सुनील कोटनाला, प्रमिला रावत, प्रताप कुंवर, अनिल थपलियाल, बिजेंद्र रावत, प्रमोद काला उपस्थित रहे।


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