मंत्री डॉ. धन सिंह ने नई टिहरी झील महोत्सव की तैयारियों का जायजा

नई टिहरी। प्रदेश के उच्च शिक्षा और जिले के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मंगलवार से शुरू हो रहे टिहरी झील महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा झील महोत्सव का उद्देश्य टिहरी को विश्व स्तरीय साहसिक पयर्टन गंतव्य बनाना है। कहा कि राज्य सरकार ने मेले को नोटिफाइड कर दिया है। अब हर साल बसंत पंचमी पर यहां मेला आयोजित किया जाएगा। मेले में एडवेंचर गतिविधियों के लिए आईटीबीपी और सेना के जवानों ने पूर्वाभ्यास किया। प्रशासन की मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मंगलवार को चमोली दैवी आपदा के चलते टिहरी झील महोत्सव का सादगी से शुभारंभ किया जाएगा। मेले में साहसिक खेल गतिविधियों को प्रमोशन करना शासन-प्रशासन ने लक्ष्य रखा है। सोमवार को जिले के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत, टिहरी विधायक डा. धन सिंह नेगी सहित प्रशासन की टीम ने मेला स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा पहाड़ी शैली के घर को देखने के लिए बाहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचने की उम्मीद है। इस मौके पर डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव, ओबीसी आयोग के अध्यक्ष संजय नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, डीसीबी के चेयरमैन सुभाष रमोला, गोविंद रावत आदि मौजूद थे। आईटीबीपी, बीएसएफ के जवानों ने हॉट एयर बलून, पैरा-ग्लाईडिंग, पैरा जंपिंग का पूर्वाभ्यास किया। इधर, यूथ हॉस्टल एसोसिएशन नई दिल्ली के सहयोग से देश के विभिन्न राज्यों से 14 सदस्य पर्यटकों का दल सोमवार को मॉडल होमस्टे विलेज तिवाड गांव पंहुचा। जहां पर उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। यूथ होस्टल के सीनियर ट्रैकिंग ऑफिसर नवीन चंद्र तिवारी ने बताया कि पर्यटक होटल की बजाए गांव के वातावरण में रहना पसंद करने लगे हैं। होम स्टे महत्वपूर्ण व्यवस्था है। दल टिहरी झील, डोबरा-चांठी पुल, धनोल्टी क्षे9 का भ्रमण करेंगे। तिवाड गांव के नरेंद्र रावत ने बताया कि होमस्टे के बनने बड़ी संख्या में पर्यटकों की यहां आने की डिमांड है।

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