मानसिक रूप से परेशान चिकित्सक ने नहर में कूदकर की आत्महत्या

विकासनगर। पछुवादून के चिकित्सक डॉ. हंसराज अरोड़ा ने शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। ढकरानी पावर हाउस के इंटैक से चिकित्सक का शव बरामद कर लिया गया। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया है। डॉ. अरोडा की मौत से पछुवादून से लेकर जौनसार बावर क्षेत्र में शोक की लहर है। विकासनगर में निजी क्लीनिक संचालक और फिजिशियन डॉ. हंसराज अरोड़ा (72) वर्ष पुत्र वीरभान निवासी विकासनगर काफी समय से मानसिक रूप से परेशान थे। बताया गया है कि शनिवार रात को डा. हंसराज करीब साढ़े दस बजे रात को घर से निकले थे। डॉ. अरोड़ा ने रात करीब साढ़े बारह बजे शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या कर दी। रात से ही परिजन डॉ. अरोड़ा को तलाशते रहे। लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। रविवार सुबह से ही एसडीआरएफ, जल पुलिस और कोतवाली पुलिस की टीम डॉ. अरोड़ा को शक्ति नहर में तलाशती रही। जहां डॉ. अरोड़ा का शव ढकरानी पावर हाउस के इंटैक पर मिला। शव मिलने के बाद पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई की। परिजनों के अनुरोध पर जिलाधिकारी से अनुमति मिलने पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम के शव परिजनों को सौंप दिया। डॉ. अरोड़ा के पास से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें डॉ. अरोड़ा ने कहा कि वे अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हैं। काफी समय से वह बीमार होने से परेशान थे। जिस कारण उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। पत्र में लिखा कि उनकी आत्महत्या के लिए कोई दोषी नहीं है। विकासनगर कोतवाली निरीक्षक शंकर सिंह बिष्ट ने डॉ. अरोड़ा की आत्महत्या की पुष्टि की। कहा कि चिकित्सक के पास मिले सुसाइड नोट में बीमारी से परेशान होकर ही आत्महत्या करने की बात लिखी है।

error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version