ब्लैक फंगस में उपयोगी दवा के उत्पादन के लिये पिछले तीन दिन में पांच कंपनियों को मंजूरी : मंडाविया

नई दिल्ली (आरएनएस)। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि म्यूकोरमाइकोसिस के इलाज में उपयोगी दवा एम्फोटेरिसीन-बी की कमी के मुद्दे का जल्द समाधान किया जाएगा। कई नई दवा कंपनियों को इस औषधि के विनिर्माण की मंजूरी दी गयी है। ब्लैक फंगस के नाम से चर्चित म्यूकोरमाइकोसिस नाक, आंख और कभी-कभी दिमाग को नुकसान पहुंचाता है। मंडाविया ने एक ट्विटर पर लिखा है, ”ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के इलाज में उपयोगी एम्फोटेरिसीन-बी की कमी का समाधान जल्द किया जाएगा। तीन दिनों के भीतर पांच और दवा कंपनियों को भारत में औषधि बनाने की मंजूरी दी गयी है। ये कंपनियां मौजूदा छह दवा कंपनियों के अलावा हैं।” रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री मंडाविया ने यह भी कहा कि मौजूदा दवा कंपनियों ने औषधि का उत्पादन बढ़ाना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ”भारतीय कंपनियों ने एम्फोटेरिसीन-बी की छह लाख खुराक के आयात के लिये भी आर्डर दिये हैं। हम स्थिति सामान्य करने के लिये हर संभव प्रयास कर रहे हैं।” मंत्री ने कहा कि एमक्योर फार्मास्युटिकल्स, नैटको फार्मा, गुफिक बायोसाइंस, एलेम्बिक फार्मास्युटिकल्स और लाइका फार्मास्युटिकल्स को हाल के दिनों में एम्फोटेरिसीन-बीके उत्पादन के लिए मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि माइलान, बीडीआर फार्मा, सन फार्मा और सिप्ला जैसी कंपनियां पहले से ही इस दवा के उत्पादन में लगी हुई हैं।


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