मलबा न हटाने पर गुस्साए लोगों ने किया एई को तहसील कार्यालय में बंद
नई टिहरी(आरएनएस)। देवप्रयाग बस स्टेशन पर निर्माणाधीन पुल का मलबा शांता गदेरे से नहीं हटाये जाने से आक्रोशित लोगों ने शनिवार को एनएच और नगर पालिका के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने वार्ता करने पहुंचे एनएच और निर्माण कंपनी इस्पान के सहायक अभियंता को तहसील कार्यालय में बंद कर दिया। जबकि पालिका ईओ रघुवीर राय को भी कार्यालय में ताला लगाकर बंद कर दिया। निर्माण कम्पनी एई अंकित कुमार के दस दिन में मलबा हटाने व टूटी सीवरेज लाइन की तत्काल मरम्मत का लिखित आश्वासन देने के बाद लोगों ने ताला खोला। तीर्थनगरी के व्यापारियों, महिलाओं व युवाओं ने एनएच के मनमानी भरे रवैये के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी शांता नदी में पुल निर्माण के पिछले पांच माह से पड़े मलबे को तत्काल हटाने की मांग कर रहे थे। उनके अनुसार बीते 11 मई 2021 को शांता नदी में आये सैलाब से आईटीआई के तीन मंजिला भवन सहित कई दुकानें जमींदोज हो गयीं थी। मानसून की बारिश से पुल के मलबे से फिर यहां तबाही की आशंका है। वहीं मलबे से टूटी सीवरेज लाइन की गन्दगी पांच महीने से सीधे गंगा में जा रही है। जिससे आक्रोशित नगरवासियों ने तहसीलदार एसएस रावत का घेराव किया। जिसके बाद तहसीलदार ने ईई एनएच तनुज कंबोज को फोन किया। जिस पर उन्होंने एई निर्माण कंपनी व एई एनएच को वार्ता के लिए मौके पर भेजा। आक्रोशित लोगों ने दोनों को तहसील कार्यालय में बंद कर बाहर से ताला जड़ दिया। एनएच की ओर से दस दिनों में मांगो को पूरा नही किये जाने पर नगर वासियों ने भागीरथी पुल पर जाम लगाने व पुल का काम बन्द किये जाने की चेतावनी दी। प्रदर्शन में राज्य आंदोलनकारी विनोद टोडरिया, राहुल कोटियाल, लखपत महर, रंजीत सिंह, रजनी देवी, सरिता देवी, सुरमाली, कमला देवी, प्रमिला देवी, सुशील पांडे, विक्रम सिंह, दिगम्बर सिंह, शमशाद हसन, गुलाब सिंह, दुर्गा प्रसाद भट्ट, इलियास आदि शामिल रहे।