मैं दिल्ली में रहता हूँ, लेकिन दिल में उत्तराखंड है : पीएम

पीएम मोदी ने नैनीताल और उधमसिंह नगर के मतदाताओं को किया वर्चुअल संबोधित

देहरादून। उत्तराखंड के कुमाऊं में नैनीताल सहित 14 विधानसभा सीटों में वर्चुअली चुनावी रैली ‘विजय संकल्प सभा’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि नैनीताल की प्राचीन तपोभूमि और उत्तराखंड वासियों को मैं नमन करता। मैं स्वमंत्रता सेनानी सरदार ऊधमसिंह के चरणों में नमन करता हूं। आजादी के अमृत महोत्सव के बीच देश ऐसे शहीदों को नमन कर रहा है। यहां के लोगों ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया है। पीमए मोदी ने कहा कि यह उत्तराखंड का दशक है। चुनाव होने जा रहे हैं ऐसे में जब वोट देने जाएंगे तो याद रखें की नींव जितनी मजबूत होती है, इमारत उतनी बुलंद होती है। मैं आपसे टेक्लाजी के माध्यम से जुड़ा हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव 2022 में चुनावी सभा के लिए वह 10 फरवरी को श्रीनगर, उत्तराखंड आ रहे हैं। कांग्रेस पर जमकर प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है और देश को बांटने का काम सदियों से कांग्रेस की सरकारों ने ही किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को बर्बाद करने में कांग्रेस पार्टी ने कोई कमी कसर नहीं छोड़ी। मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेकर कहा कि विकास कार्यों में कांग्रेस ने हमेशा ही रोड़ा डाला है, चाहे वो ऋषिकेश-कर्णप्रयार रेललाइन परियोजना हो या फिर ऑल वेदर रोड का प्रोजेक्ट हो। कांग्रेस की नियत और निष्ठा का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी ने पलायन और पर्वतीय जिलों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करने के लिए कोई काम नहीं किया।

बदरीनाथ, केदारानाथ सहित चारधाम यात्रा पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चारधाम भव्य और दिव्य बनेगा। इसके लिए ऑल वेदर रोड का काम लगभग पूरा हो चुका है, जिसके बाद अब किसी भी विपरीत मौसम में भी यात्रा आसानी से की जा सकती है। यह बहुत ही चिंता की बात थी कि कोरोनाकाल के समय दिल्ली सरकार ने प्रवासियों को बसों में भरकर उत्तराखंड वापस भेज दिया था। कहा कि लोगों के साथ इतना बड़ा अन्याय करने के बाद अब वह उत्तराखंड में वोट मांगने आए हैं।

पीएम मोदी ने कांग्रेस के चार कामों को गिनाते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी विकास के बारे में नहीं सोचती है। कांग्रेस का पहला काम सिर्फ एक परिवार लिए होता है, जबकि दूसरा काम भ्रष्टाचार का होता है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का तीसरा काम तुष्टिकरण की राजनीति करना होता है, जबकि चौथा काम परियोजनाओं को लटकाना होता है ताकि इसका दोहन कर अपनी जेबें भरीं जा सकें। देश को वोट बैंक के हिसाब से बांटते रहे हैं और रहेंगे। मैं इनके इनके चारों कामों का पूरा चिट्ठा लाया हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड से मेरा विशेष नाता रहा है। जब गुजरात का सीएम, संगठन में था तब भी और उससे पहले भी मेरी एक जिंदगी थी। मैं आज आपके लिए यहां बैठा हूं। आपके लिए करूंगा कि नहीं। अगर बीच में रोड़े अटकाने वाले आ गए तो मैं कैसे काम करूंगा। इस चुनाव में गलती मत करना।
उन्होंने कहा कि 2007 से 2014 में उत्तराखंड के कांग्रेस के एक रसूखदार नेता यहां मंत्री थे। परिवार की सेवा में लगे थे। उस समय इन्होंने सड़क बनाने को सिर्फ 2800 करोड दिए। हमने सात साल में सड़कों के लिए 33 हजार करोड़ से अधिक दिए। आप बताइये हमने दस गुना से ज्यादा दिया। यूपीए की 10 साल में पीएम ग्राम योजना के तहत 7800 किमी सड़क बनी। मैं तो उत्तराखंड में रहा हूं। यहां सड़क की जरूरत समझता हूं। हमने सात साल में साढे़ तेरह हजार किमी सड़कें बनाईं। अब इन्हें चार धाम का नाम याद आ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि पहाड़ में रेल बड़ा सपना होता है। सरकार कर्णप्रयाग तक रेल लाइन बना रही है। मैं आपके बीच से निकला हूं। जब हमारी सरकार आई थी उससे पहले इस रेल लाइन के लिए उन्होंने सिर्फ चार करोड़ रुपये खर्च किए थे। हिसाब बहुत लंबा है। मैंने सिर्फ उदाहरण दिया। क्या ऐसे लोगों को उत्तराखंड की बागडोर दे सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में रहता हूं, लेकिन दिल में उत्तराखंड है। वोट देने जाएंगे तो याद रखिएगा। नैनीताल के पर्यटन को गति मिलेगी। आधुनिक इंफ्रा को बजट में बल मिला है। पर्वत माला प्रोजेक्ट से हमारी सडकें और आधुनिक होने वाली हैं। रोपवे से जुड़ेंगे तो रोजगार भी मिलेगा। नैनीताल के हनुमान गढ़ी को रोपवे से जोड़ेंगे, रीठासाहिब भी जुड़ेगा। नकारात्मक सोच में डूबी कांग्रेस पूरी ताकत से पीछे धकेलने की कोशिश कर रही है। हम आगे जाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि ये देवभूमि में क्या कर रहे हैं। ये जिस यूनिवर्सिटी की बात सीना ठोक करके कर रहे हैं, इनकी हिम्मत तो देखिए। यह तुष्टिकरण की राजनीति है। कश्मीर को क्या बना दिया था इन्होंने। हमने हर संप्रदाय का ख्याल रखा है। डिजिटल यूनिवर्सिटी बना रहे हैं हम। उत्तराखंड को भी लाभ मिलेगा। बड़े शहरों में जाने की मजबूरी नहीं होगी।