महाविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती लिखित परीक्षा के जरिए हो
देहरादून(आरएनएस)। यमुनोत्री के निर्दलीय विधायक संजय डोभाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को ज्ञापन देकर अशासकीय महाविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के जरिये होनी चाहिए। डोभाल ने कहा कि उत्तराखंड में असाशकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती एपीआई (एकेडमिक परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स) स्कोर के माध्यम से चल रही है। साथ ही अन्य कई महाविद्यालयों में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर एपीआई प्रणाली से भरा जाना प्रस्तावित है। कहा कि राज्य के अशासकीय महाविद्यालयों में 300 से ज्यादा असिस्टेंट प्रोफेसर के पद रिक्त हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कई योग्य अभ्यर्थी नेट और सेट पास कर इन महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर सिर्फ़ इसलिए आवेदन करने से वंचित हो जाते हैं क्योंकि उनके पास पीएचडी डिग्री नहीं है। राज्य के बहुत कम विश्वविद्यालय वर्तमान में पीएचडी करवा रहे हैं। ऐसे में यूजीसी रेगुलेशन 2018 के अनुसार एपीआई की बाध्यता न होने के बावजूद लिखित परीक्षा के स्थान पर एपीआई आधारित केवल साक्षात्कार के माध्यम से समूह क के इन पदों पर भर्ती करने से योग्य अभ्यर्थी वंचित हो जाते हैं। डोभाल ने कहा कि पड़ोसी राज्य यूपी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के जरिए कराए जाते हैं। जिसमें लिखित परीक्षा 200 व साक्षात्कार के 30 अंक शामिल हैं। उन्होंने इसी तर्ज पर राज्य लोक सेवा आयोग से परीक्षा व साक्षात्कार कराने की मांग की है। इससे पारदर्शिता भी सामने आएगी और अभ्यर्थियों के साथ उचित इंसाफ होगा।