लाठीचार्ज के विरोध में सीपीएम का हल्लाबोल, ब्लॉक की सडक़ें-ट्रेनें रोकीं
कोलकाता ,12 फरवरी (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी बीच पश्चिम बंगाल में आज लेफ्ट पार्टियों ने 12 घंटे का बंद बुलाया है। लेफ्ट पार्टियों का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं को कोलकाता में प्रदर्शन के दौरान पीटा गया था। इसके खिलाफ यह बंद बुलाया गया है। नॉर्थ 24 परगना में सीपीआई (एम) के सदस्यों ने श्यामनगर में पारा रोड आदि को ब्लॉक कर दिया है। कुछ ट्रेनें भी रोकी गई हैं। वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में आज सुबह 6 बजे से 12 घंटे के पश्चिम बंगाल बंद की घोषणा की। सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस पर वाम कार्यकर्ताओं के खिलाफ ‘सख्त रुख’ अपनाने का आरोप लगाया।
वाम मोर्चा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में गुरुवार दोपहर में पुलिस के साथ झड़प हुई क्योंकि कार्यकर्ताओं ने रोजगार की मांग को लेकर राज्य के सचिवालय ‘नबान्न’ तक के अपने मार्च के रास्ते में लगे बैरिकेड को तोडऩे की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू-गैस के गोले भी छोड़े। इसमें कई कार्यकर्ताओं के साथ ही पुलिस को भी चोटें आईं।
येचुरी ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की जिसमें एक महिला और पुरुष, पुलिस द्वारा किए जा रहे लाठीचार्ज से बचने का प्रयास करते दिखे। उन्होंने कहा, ‘बंगाल के युवा का इरादा पक्का है। सख्ती से निपटने की रणनीति उन्हें पीछे नहीं धकेल सकती। यह तस्वीर हजारों शब्द कह रही है। विरोध और तेज होगा।’ वाम मोर्चे अध्यक्ष ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में नौकरियों और बेहतर शिक्षा सुविधाओं की मांग को लेकर ‘नबान्न अभियान’ में शामिल वाममोर्चा और कांग्रेस के 150 से अधिक छात्र, युवक एवं युवतियां घायल हुए।
वहीं बंगाल बंद का आह्वान के बीच कई इलाकों में स्कूल नहीं खुलने की भी खबर रही है। बता दें कि बंगाल में 11 महीने बाद शिक्षा विभाग ने स्कूल खोलने का निर्देश जारी किया था। बच्चों को स्कूल भेजने से पहले पैरेंट्स को कोरोना के नियमों सहित कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। सरकार ने इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दिया है।