कुलपति ने गिनाईं यूओयू की उपलब्धियां

हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में अगले साल से नई शिक्षा नीति (एनईपी) और च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लागू कर दिया जाएगा। विवि, एनईपी के अनुसार सभी कोर्सों और अध्ययन सामग्री को तैयार कर रहा है। नए सत्र से एनईपी के तहत ही दाखिले होंगे। यूओयू सभागार में सोमवार को कुलपति प्रो. ओम प्रकाश सिंह नेगी ने यह जानकारी दी। प्रो. नेगी ने विवि की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि विवि ने बैंक ऑफ क्रेडिट के लिए भी आवेदन कर दिया है। इससे विद्यार्थियों का राष्ट्रीय स्तर पर क्रेडिट बैंक रहेगा। इसका लाभ छात्रों को आगे की पढ़ाई में मिलेगा। उन्होंने विवि के पहले प्रयास में नैक की बी प्लस प्लस रैंकिंग और बीएड विशेष शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने को बड़ी सफलता बताया। साथ ही परिसर में हुए ढांचागत विकास के बारे में जानकारी दी। प्रो. नेगी ने बताया कि विवि में संचालित एमबीए, एमसीए और पर्यटन सहित अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से पांच साल के लिए मान्यता मिल गई है। इसके अलावा एमएड विशेष शिक्षा के लिए भी आरसीआई में आवेदन किया गया है।