कोटी रजाणू मार्ग पर देवदार के स्लीपर फेंक फरार हुए लकड़ी तस्कर

विकासनगर(आरएनएस)।  चकराता वन प्रभाग अंतर्गत कनासर रेंज के मेशोऊ वीट मे अवैध कटान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लकड़ी तस्कर फिर सक्रिय हो गए हैं। तस्कर मशक वीट से बेशकीमती लकड़ी देवदार के स्लीपर हिमाचल प्रदेश को सप्लाई कर रहे हैं। गत रात्रि वन विभाग की गश्त टीम की भनक तस्करों को मिली। जिससे तस्कर फरार होने मे कामयाब हुए। लेकिन कोटी रजाणू मोटर मार्ग बिनसोन के पास बीस स्लीपर देवदार के सड़क से बाहर झाड़ियों में फेंक कर फरार हो गए। स्लीपरों को वन विभाग ने कब्जे में लेकर जब्त कर चकराता मंगा दिए हैं। अगस्त माह में तत्कालीन डीएफओ कल्याणी, उप प्रभागीय वनाधिकारी मुकुल कुमार के नेतृत्व में कनासर रेंज में बड़ी मात्रा में चार हजार से अधिक स्लीपर देवघार के जब्त किए थे। ‌तब कनासर रेंज में बड़े पैमाने पर अवैध कटान का मामला प्रकाश मे आया था। पीसीसीएफ के निर्देश पर गठित हाई लेवल इन्क्वायरी टीम व चकराता वन प्रभाग ने मशक वीट में अवैध रूप से काटे गए हरे पेड़ों में लगभग आठ सौ स्लीपर आरक्षित वन क्षेत्र में वीट के अन्दर ही जब्त किए। विभाग ने उन स्लीपरों में जब्ती घन लगा दिया था। लेकिन लकड़ी तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं कि रात के समय लड़की की तस्करी कर रहे हैं। डीएफओ मयंक शेखर झा ने बताया कि जब्त प्रकाष्ठ देवघार के स्लीपरों की ‌चोरी हिमाचल प्रदेश को सप्लाई मामले की एसीएफ मुकुल कुमार को जांच सौंपी गई। डीएफओ ने मामलो को गम्भीरता से लेते हुए वन क्षेत्राधिकारी के जबाब तलब किए हैं।


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