कोटी कालोनी में बनी दुकानें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता से आवंटित करने की मांग
नई टिहरी। उद्योग व्यापार मंडल कोटी कालोनी के पदाधिकारियों सहित यहां के व्यापारियों ने डीएम मयूर दीक्षित से मुलाकात कर कोटी कालोनी में पर्यटन विभाग की बनी दुकानें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता से आवंटित करने की मांग की। ऐसा न करने पर व्यापारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी। दुकानों के आवंटन के लिए जारी टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की।
गुरुवार को कोटी कालोनी के उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों में अध्यक्ष कुलदीप पंवार और महामंत्री गोपाल रतूड़ी सहित यहां के व्यापारियों ने डीएम मूयर दीक्षित से मुलाकात अवगत कराया कि कोटी कालोनी टिहरी झील पर्यटन का मुख्यद्वार स्थानीय व्यापारियों की गतविधि से बना है। 2016 से पहले यहां पर बोटिंग नहीं होती थी, लेकिन स्थानीय स्तर पर हुए प्रयासों से बोटिंग का कारोबार शुरू हुआ।
पर्यटन विभाग ने पर्यटकों की सुविधा व स्थानीय लोगों स्वरोजगार के मकसद से कोटी कालोनी में दुकानों का निर्माण किया है, लेकन ओपन टेंडर प्रक्रिया जारी कर अब स्थानीय लोगों की उपेक्षा की जा रही है। जिससे स्थानीय लोगों व व्यापरियों में रोष है। इसलिए सभी 14 दुकानों के ओपन टेंडर निरस्त कर स्थानीय लोगों को दुकानों का आवंटन किया जाय। नहीं तो यहां के व्यापारियों व स्थानीय लोगों को आंदोलन को मजबूर होना पड़ेगा।