कोटद्वार में आशा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

कोटद्वार। केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर उत्तराखंड स्वास्थ्य आशा कार्यकत्री यूनियन कोटद्वार क्षेत्र से जुड़ी आशा कार्यकत्रियों ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में आशा कार्यकत्रियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग की। शुक्रवार को कोटद्वार क्षेत्र की समस्त आशा कार्यकत्रियां तहसील में एकत्रित हुई। तहसील में एकत्रित होकर उन्होंने धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण व शहरी सेवा की बुनियाद के रूप में आशा वर्कर ईमानदारी से कार्य करती आ रही है। आशाओं ने प्रसव से लेकर टीकाकरण तक का कार्य ईमानदारी से संचालित किया है, इसके बाद भी किसी भी सरकार ने आशाओं की मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया। उनके मेहनताना में वृद्धि नहीं की गई, जिस कारण आशा कार्यकत्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौके पर आशा कार्यकत्रियों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सेवानिवृत्त होने पर पेंशन देने, भविष्य निधि व ईएसआई सुविधा देने, 46वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू करने व आशा वर्कर्स के मानदेय में वृद्धि करने और सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आशा घर बनाने की मांग की गई। तत्पश्चात मांगों के संबध में प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। धरना प्रदर्शन में यूनियन अध्यक्ष प्रभा देवी, उपाध्यक्ष मीरा नेगी, नीलम कुकरेती, संगीता रावत, कविता नेगी, इंदू देवी, मीनाक्षी चमोली,संगीता कुलाश्री और निर्मला सहित अन्य आशा कार्यकत्रियां शामिल रही।


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