किशोर स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल विकास कार्यशाला के तीसरे दिन बालिकाओं में किशोरावस्था की समस्याओं पर हुई चर्चा
अल्मोड़ा। गुरुवार 08 सितम्बर को प्रो0 भीमा मनराल के निर्देशन में लक्ष्मी देवी टम्टा महिला अध्ययन एवं शोध केन्द्र, शिक्षा संकाय सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के तत्वाधान में किशोर स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल विकास विषय पर संचालित की जा रही पाँच दिवसीय कार्यशाला के तृतीय दिवस का आयोजन राजा आनन्द सिंह राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज, अल्मोड़ा में किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० संगीता पवार द्वारा किया गया। विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ० सावित्री टम्टा द्वारा कहा गया कि बालिकाओं में किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुये बच्चों की समस्याओं को सुना जाना चाहिए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ मधुलता नयाल, विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग द्वारा किशोरियों को किशोरावस्था की समस्याओं, उनके कारण एवं निवारण पर विस्तृत चर्चा की गई। किशोरावस्था में किशोरियों की शारीरिक, मानसिक बदलावों के कारण के बारे में बताया गया कि किस प्रकार किशोरियों की स्वास्थ्य, साफ-सफाई एवं सही पोषण की यदि सही व्यवस्था हो तो देश की मातृ शक्ति देश को मजबूत आधार प्रदान कर सकती है शोध छात्र एवं उत्तराखण्ड के पैड मैन के नाम के विख्यात आशीष पंत द्वारा मासिक धर्म के बारे में जागरूक करते हुये उनके डाक्यूमेन्ट्री ब्लडिंग राइट्स” पर विस्तृत चर्चा की गई। डॉ० पूजा प्रकाश द्वारा अपने शोध विषय किशोरियों की स्वास्थ्य जागरूकता एवं जीवन शैली के परिणामो को बताया गया। कार्यक्रम में एम० एड० चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं द्वारा परिचर्चा एवं नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गये। राजा आनन्द सिंह राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज अल्मोड़ा की छात्राओं ने प्रतिभाग करते हुये अपनी समस्याओं को साझा किया। कार्यक्रम में सोनी रौतेला, प्राजली, धना, प्रियका नम्रता, किरन, पूजा, कामिनी, प्रेमा, भावना, नीलू मिनाक्षी, कल्पना, विजय, विनोद, मन्दीप, दिनेश एवं एम० एड० चतुर्थ सेमेस्टर के सभी विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।