किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाल आईएसबीटी पर लगाया जाम
देहरादून। कृषि बिल के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन (तोमर) ने आईएसबीटी तक ट्रैक्टर रैली निकाल कर जाम लगाया। किसानों ने भारत सरकार द्वारा पारित अध्यादेश में संशोधन की मांग की है। आज भारतीय किसान यूनियन (तोमर) के बैनरतले किसानों ने आईएसबीटी तक रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने आईएसबीटी के समक्ष चक्का जाम भी किया। किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा पारित अध्यादेश किसान विरोधी हैं। इन अध्यादेशों में संशोधन किया जाना चाहिए। कहा कि अध्यादेश में किसान अपनी फसल के मसले एसडीएम कोर्ट के अलावा कहीं नहीं जा सकेगा जो गलत है। किसानों को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने की छूट होनी चाहिए। किसी भी फसल का मूल्य निर्धारण करते समय प्रदेश स्तर पर कमेटी बने। उसमें किसानों का प्रतिनिधित्व भी अवश्य होना चाहिए। उन्हेांने कहा कि किसानों के हित के लिए जो भी कमेटी बने उसमें आईएएस अधिकारियों के साथ किसान को भी शामिल किया जाए। आज के समय में भारत में छोटे किसान हैं। उनमें भण्डारण करने की क्षमता न के बराबर है। यह केवल बड़े व्यापारियों को लाभ देने वाला है। इसका तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए। किसानों की फसल अनुबंध के समय वही कानून लागू हो जो अब अन्य लोगों पर लगते हैं। सरकार को ब्लॉक स्तर पर सरकारी कोल्ड स्टोर बना कर छोटे किसानों को लाभ पहुंचाना चाहिए। किसानों की फसल का न्यूनतम मूल्य तय होने के बाद अगर केाई व्याारी उससे कम मूल्य पर फसल खरीदता है तो उसको सजा का प्रावधान होना चाहिए। किसानों का कहना था कि सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि किसान कहीं भी अपना अनाज बेच सकते हैं। यह पहले से व्यवस्था है। भाजपा सरकार पर आपदा कानून की आड़ में इस बिल से बहुत बड़े कारोबारियों को फायदा देने का आरोप लगाया है। इस बिल में अनाज के असीमित भंडारण करने का प्राविधान है। मंडी सिस्टम को खत्म करने का भाजपा सरकार द्वारा कुचक्र रचा जा रहा है। किसान बिल पूर्ण रूप से किसान विरोधी व हिटलरशाही से देश के किसानों पर थोपा गया बिल है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा, प्रवक्ता अरूण शर्मा, तहसील अध्यक्ष भगवान सिंह राठौर, संगठन मंत्री चमन कुमार, जिला प्रभारी संदीप चौधरी, संगठन मंत्री चिरंजीव कुमार आदि शामिल रहे।