खतरे की जद में बिजली की लाइनें
चमोली। कर्णप्रयाग नगर में बिछाई गई बिजली की लाइनें खतरे की जद में हैं। हालात यह है कि लगातार बारिश होने से हो रहे भूस्खलन की जद में बिजली के करीब एक दर्जन से अधिक खंबे आ गए हैं। हालात यह है कि कतिपय जगह इन खंबों को शिफ्ट करने की न जगह है और न ही ऊर्जा निगम के पास दिवार देने के लिए बजट है। ऐसे में कभी भी नगर की बिजली व्यवस्था लड़खड़ा सकती है। लगातार बारिश के चलते आईटीआई, मंडी परिसर के पास, कनखुल रोड में हाईटेंशन लाइनों के आठ खंबे भूस्खलन की चपेट में है। यहां खंबों के नीचे भूस्खलन होने से खंबे हवा में आ गए हैं। यही नहीं पूरे नगर में करीब 5 से अधिक सिंगल लाइनों के पोल भी भूस्खलन के चलते हवा में है। तारों के सपोर्ट से खड़े खंबे कभी भी अनहोनी का सबब बन सकते हैं। यही नहीं रास्तों और सड़कों के आसपास इन खतरे के खंबों से भारी दुर्घटना भी हो सकती है। स्थानीय निवासी जितेंद्र कुमार, हेमंत सहित अन्य लोगों ने जल्द इन खंबों को सुरक्षित स्थानों पर लगाने की मांग की है। दूसरी ओर ऊर्जा निगम के अवर अभियंता मुनीष कुमार का कहना है कि भूस्खलन के चलते एक दर्जन से अधिक खंबे खतरे की जद में हैं। सड़क किनारे इन खंबों को सुरक्षित करने के लिए संबंधित एनएच और लोनिवि को भूस्खलन क्षेत्र के मरम्मत करने के लिए पत्राचार किया गया है।