खडिय़ा खनन के खिलाफ ग्रामीण मुखर

बागेश्वर। कपकोट तहसील के दुलम परगड़ के ग्रामीणों ने गांव में मनमाने ढंग से हो रहे खनन पर सवाल उठाए हैं। जिला मुख्यालय पहुंचकर नारेबाजी की और जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया। पट्टाधारक पर खनन के वक्त मानकों की अनदेखी और गांव को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। जल्द ऐसे पट्टाधारक पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। दुलम परगड़ के ग्रामीण बुधवार की सुबह जिला मुख्यालय पहुंचे।
यहां कलक्ट्रेट में उन्होंने प्रदर्शन किया। इसके बाद जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। इसमें ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में खडिय़ा खनन के लिए लीज स्वीकृत है, लेकिन लीजधारक मानकों की अनदेखी कर रहा है। पूरे मनमाने तरीके से खडिय़ा खनन हो रहा है। इससे उनके रास्ते, गोचर और पनघट को नुकसान हो रहा है। उनके खेतों में खडिय़ा खनन का मलबा भी डंप किया जा रहा है। उनके जलस्रोत भी सूखने के कगार पर पहुंच गए हैं। शिकायत के बाद भी उनकी समस्या को नहीं सुना जा रहा है। इस कारण खनन कारोबारियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। उन्होंने खान विभाग और भूवैज्ञानिक की टीम से गांव का निरीक्षण करने तथा गांव को भूस्खलन से बचाने की मांग की है। मांग करन वालों में गोपाल सिंह, जगत सिंह, लक्ष्मण सिंह, पुष्कर सिंह, हरीश सिंह, दलीप सिंह, हंसी देवी, भागुली देवी, लीला देवी आदि शामिल थे।


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