खड्ड का पानी रेलवे की सुरंगों में समाने से पेयजल संकट

नई टिहरी। मंजली गांव के खड्ड का पानी निर्माणाधीन रेलवे सुरंगों में समा जाने से नरेंद्रनगर विधानसभा के व्यासी सहित निकटस्थ गांव के लोगों को बीते एक सप्ताह से पीने की पानी की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलाधिकारियों के दावों के बाद भी ग्रामीण पेयजल के लिए खासी किल्लत झेल रहे हैं। पानी की किल्लत को लेकर जल्दी ही स्थानीय लोग डीएम से मिलेंगे।
रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के कर्ण प्रयाग रेल परियोजना के तहत अटाली (व्यासी) में पैकेज तीन के तहत करवाये जा रहे सुरंग निर्माण के कारण यहां के स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है। एडिट 2 व 3 की सुरंग में मंजली गांव का गदेरा का पानी समा जाने से लगभग ढाई सौ अधिक परिवारों सहित व्यासी क्षेत्र में के रिजार्ट व होटलों को पीने के पानी की भारी किल्लत का सामना बीते सप्ताह से करना पड़ रहा है। आरवीएनएल सहित स्थानीय प्रशासन भी अब तक पेयजल की समस्याओं के समाधान को लेकर आगे नहीं है। आरवीएनएल के अधिकारी ज्वाईंट सर्वे करवाकर आगे समाधान की बात तो कर रहे हैं। प्रशासन भी टैंकरों से पानी देने की बात कह रहा है। जबकि स्थानीय लोग इस बात से परेशान हैं कि कब ज्वाईंट सर्वे होगा, कब पेयजल का समाधान होगा।
सबसे ज्यादा परेशानी इस क्षेत्र के होटलों, रिजार्ट और व्यसायियों को करनी पड़ी रही है, पानी के कारण उनका कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। वे स्थानीय प्रशासन से निकटस्थ गंगा से पानी लिप्ट कराने की परमिशन की भी मांग कर रहे हैं। अटाली की प्रधान दीपा देवी सहित स्थानीय लोगों में महेंद्र सिंह रावत, जय सिंह रावत, गजेंद्र राणा, प्रवीन सिंह, विजय पयाल, सुरेश, राजपाल, केंद्र सिंह आदि का कहना है कि बीते एक सप्ताह पहले मंजली खड्ड में लगातार पानी था, यह बारहमासी पानी है, लेकन यकायक पानी गायब हो गया है। जिससे अंदेशा है कि पानी सुरंग में समा गया है। इस खड्ड के पानी से ही लगभग ढाई सौ अधिक परिवारों सहित स्थानीय कारोबारी को पानी मिलता है। अटारी गंगा रिजार्ट के स्वामी वैभव काला का कहना है कि खड्ड का पानी सुख जाने से परेशानी बढ़ी है। कारोबार प्रभावित हो रहा है। प्रशासन पानी की व्यवस्था जल्द से जल्द करवाये।

क्या कहते हैं अधिकारी:  आरवीएनएल के डीजीएम भूपेंद्र का कहना है कि मंजली खड्ड का पानी सुखने की बात सामने आई है। कारणों को जानने के लिए ज्वाईंट सर्वे करवाया जायेगा। जिसके बाद ग्रामीणों के हित में उचित कार्यवाही की जायेगी। एसडीएम नरेंद्रनगर देवेंद्र नेगी का कहना है कि खड्ड सुखने से पेयजल की किल्लत दूर करने के निर्देश जल संस्थान को दिये गये हैं, साथ ही एलएन टी कंपनी से पानी के टैंकरों की मदद से पानी दिया जा रहा है।