केरल में 17 जुलाई से संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान, कोरोना और जीका वायरस ने बढ़ाया खतरा

नई दिल्ली ,14 जुलाई। देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भले ही कमजोर पड़ती दिखाई पड़ रही हो, लेकिन दक्षिण भारत में कोरोना के साथ ही जीका वायरस का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। केरल में कोरोना और जीका वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए 17 और 18 जुलाई को संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। राज्य में जिस तरह से वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए राज्य सरकार बहुत जल्द नई गाइडलाइन जारी कर सकती है।
केरल में कोरोना और जीका वायरस के खतरे को देखते हुए बैंक में अब केवल पांच दिन ही कामकाज की इजाजत दी गई है। इसके साथ ही संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान सभी बैंकों को दो दिन बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। केरल में कोरोना के साथ ही जीका वायरस के मरीज भी बढ़ गए हैं। मंगलवार को राज्य में तीन और नए केस सामने आने के बाद जीका वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या अब 18 हो गई है। बता दें कि मंगलवार को जो तीन नए मामले सामने आए हैं उनमें एक बच्चा भी शामिल है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि राज्य में जीका वायरस का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को जिन तीन मरीजों में जीका वायरस की का पता चला है उनमें एक 22 महीने का बच्चा, एक 46 वर्षीय व्यक्ति और एक 29 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के खतरे के बीच राज्य में अब तक जीका वायरस के 18 मामले सामने आ चुके हैं। केरल में मंगलवार को कोविड-19 के 14,539 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30,87,673 हो गई। वहीं, पिछले 24 घंटे में 124 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 14,810 हो गई। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने एक बयान में बताया कि मालापुरम में सबसे ज्यादा 2,115 मामले सामने आए हैं। इसके बाद एर्नाकुलम में 1,624 और कोल्लम में 1,404 मामले सामने आए। मंगलवार को 10,331 मरीज संक्रमण मुक्त भी हो गए, जिसके बाद कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 29,57,201 हो गई। राज्य में 1,15,174 मरीजों का उपचार चल रहा है।