केदारनाथ मामले में सरकार भ्रमित, हाईकोर्ट जज की निगरानी में हो जांच
देहरादून। केदारनाथ धाम में गर्भगृह की दीवारों को स्वर्णमंडित करने के स्थान पर पीतल लगाने के आरोप लगाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए एश्लेहॉल चौक पहुंचे और प्रदर्शनक किया। गोगी ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व का ढोल पीटती है और हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करती रही है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री केदारनाथ धाम के गर्भगृह में सोने की परत लगाने का प्रचार किया गया। अब पता चला है कि पीतल का काम किया गया है। पुरोहितों ने गर्भगृह के पौराणिक स्वरूप से छेड़छाड़ का विरोध भी किया था। फिर भी भाजपा नेताओं ने जोरशोर से इसे अपने पक्ष में भुनाया। अब कुछ पुरोहितों ने प्रत्यक्ष रूप से देखा गया कि गर्भगृह में सोने की बताई गई परत का रंग फीका हो रखा है। गोगी ने आरोप लगाया कि अब इसके ऊपर सोने की पॉलिश करवा रहे हैं। वहां कैमिकल का भी प्रयोग हो रहा था। पर्यटन मंत्री के खुद मामले की जांच की मांग करने से स्पष्ट है कि सोना लगाने के नाम पर गड़बड़ी की गई। कांग्रेस ने इसकी जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में करने की मांग की। साथ ही इसे टैक्स चोरी से जोड़ते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला भी फूंका। साथ ही कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में इस प्रकरण का विरोध करेगी। मौके पर प्रदेश महामंत्री मनीष नागपाल, सत्या पोखरियाल, राव नसीम, ललित बद्री, मुनिक अहमद, पूनम खंडारी, अभिषेक तिवारी, संजय भारती, आलोक मेहता, भूपेंद्र नेगी, सईद अहमद जामल, सूरज छेत्री, अरुण बलूनी, अर्जुन पासी, शकील मंसूरी, वीरेंद्र पंवार, गौरव वर्मा, अनुराधा तिवारी, मुस्तकीम सिद्दीकी, दीपांशु सलूजा, यूसुफ मालिक मौजूद थे।