काश्तकारों को सिखाए जैविक खेती के गुर

श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के उद्यानिकी विभाग की ओर से कृषक प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान बडियारगढ़ क्षेत्र के अलग-अलग गांवों के काश्तकारों का प्रशिक्षण एवं शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। इस मौके पर प्रतिभागी काश्तकारों को जैविक बागवानी उत्पादन हेतु प्रेरित करने के साथ-साथ जैविक खेती से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारी दी गई। परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीआई) के अंतर्गत शील बायोटेक लि. नई दिल्ली एवं उद्यान विभाग टिहरी गढ़वाल के सहयोग से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में विवि के उद्यानिकी विभागाध्यक्ष, डॉ. डीके राणा ने काश्तकारों को संरक्षित सब्जी उत्पादन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल के निर्देशन व मार्गदर्शन में काश्तकारों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। सहायक प्रोफेसर डॉ. तेजपाल सिंह बिष्ट ने परंपरागत कृषि विकास योजना पर जोर देते हुए काश्तकारों को आजिविका वर्धन एवं आमदनी दोगुनी करने हेतु वैज्ञानिक पद्धति से बागवानी करने का सुझाव दिया। डॉ. नसीरुद्दीन शाह एवं डॉ. विवेक ने कास्तकारो को सफल नर्सरी उत्पादन पर प्रयोगात्मक जानकारी दी।

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