कारोबारी को नौकरानी रखना पड़ा महंगा, गंवाये लाखों

देहरादून। कारोबारी को नौकरानी भेजने के बाद ब्लैकमेलिंग की गई। रकम नहीं दी तो उन पर नौकरानियों की तरफ से ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज करा दिया गया। आरोप है कि बाद में केस निपटाने के लिए उनसे 12 लाख रुपये हड़प लिए गए। तब भी केस नहीं निपटा। पीड़ित कारोबारी ने इसे लेकर डालनवाला थाने में तहरीर दी। जिस पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पट्रोल पंप कारोबारी अमरजीत सिंह सेठी ने डालनवाला थाने में तहरीर दी। कहा कि वह और उनकी पत्नी बुजुर्ग हैं। कई बीमारियों से ग्रसित हैं। घर में उड़ीसा की नौकरानी रखी हुई थी। वर्ष 2013-14 में वह अपने घर गई। वापस बुलाया तो कहा कि वह प्रिया इंटरप्राइजेज के जरिए बुलाते हैं तो तभी आएगी। नहीं तो आने से मना कर दिया। पीड़ित ने प्रिया इंटरप्राइजेज के संचालक तबरेज खान निवासी मलगो, भरनो, गुमला, झारखंड से संपर्क किया। उसने पीड़ित के यहां अलग-अलग समय पर दो नौकरानियां भेज दीं। वह कुछ समय तक वह रहीं। आरोप है कि इसके बाद तबरेज रकम की मांग करने लगा। पीड़ित ने कंपनी का पूरा भुगतान कर 13 नवंबर 2017 को नौकरानियों को हटा दिया। आरोप है कि इसके बाद तीस लाख रुपये मांगे गए। उन्होंने नहीं दिए तो आरोपी गैंग ने उनके और बेटे के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवा दिया। आरोप है कि इसके बाद केस खत्म करने के लिए उपेंद्र शर्मा निवासी अमनपुरी, नागलोई, नई दिल्ली का नंबर देकर संपर्क करने को कहा। उसने भी तीस लाख रुपये मांगे। आरोप केस निपटाने की बात कहकर उन्हें रुड़की स्थित होटल में बुलाया गया। वहां उपेंद्र के साथ चार महिलाएं थीं। आरोप है कि उनसे 12 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद केस खत्म करने के लिए 18 लाख रुपये और मांगे गए। इंस्पेक्टर डालनवाला नंद किशोर भट्ट ने बताया कि कारोबारी की तहरीर पर दो मुख्य आरोपियों और पांच महिलाओं के खिलाफ ब्लैकमेलिंग कर उत्पीड़न करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।