भर्तियों को निरस्त करने का सही कारण छुपा रही सरकार: करन माहरा

देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पांच और भर्तियां निरस्त करने पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार इन भर्तियों को निरस्त करने का सही कारण छुपा रही है। माहरा ने कहा कि इन पांच भर्तियों के परिणाम पर प्रदेश के 52000 युवाओं का भविष्य निर्भर करता है। मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को साफ-साफ बताएं कि यदि इन भर्ती परीक्षाओं के तार भी भ्रष्टाचार से जुड़े हैं या इन परीक्षाओं के निरस्त करने के पीछे बड़ा कारण भाई भतीजावाद या कोई बड़ा फर्जीवाड़ा है? करन माहरा ने कहा सच जो भी है, जनता के सामने आना चाहिए। चार भर्तियों की जांच पहले ही चल रही है, जिसमें यूके ट्रिपल एससी और वन दरोगा समेत दो और भर्तियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि संपन्न हो चुकी पांच और भर्ती परीक्षाएं निरस्त करने के पीछे आखिर सरकार का क्या मंतव्य हो सकता है ? उन्होंने कहा कि चाहे 164 पदों के लिए वाहन चालक भर्ती हो, या 157 पदों के लिए कार्यशाला अनुदेशक भर्ती हो, या फिर 275 पदों पर 31 जुलाई को मुख्य आरक्षी पुलिस दूरसंचार भर्ती हो, 26 पदों के लिए 13 जून को हुई मत्स्य निरीक्षक भर्ती परीक्षा और फरवरी 2021 में संपन्न कराई गई रैंकर्स भर्ती परीक्षा हो। सभी भर्ती परीक्षाएं हो चुकी हैं। फिर इन सब को निरस्त करने के पीछे कोई ठोस आधार तो होगा। उन्होंने कहा कि यदि परीक्षाएं रद्द करने के लिए आधार भ्रष्टाचार है या कोई बड़ा लेनदेन हुआ है तो सरकार को इस बात को सार्वजनिक करना चाहिए। माहरा ने कहा कि राज्य की प्रचंड बहुमत की सरकार पारदर्शिता सुचिता और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा तो करती है, परंतु प्रदेश की जनता को और खासकर के युवाओं को अंधेरे में रखती है। उन्होंने कहा कि पहले ही प्रदेश बेरोजगारी के दंश को झेल रहा है प्रदेश का युवा दिशा विहीन अवसाद ग्रस्त और बेबस महसूस कर रहा है। ऐसे में पहले ही प्रदेश में चार भर्ती परीक्षाओं की जांच चल रही है। पांच अन्य को निरस्त कर दिया जाना प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ है।

शेयर करें..