काम नहीं करने वालों को डीएम ने फटकारा
रुड़की। आपके हाव-भाव ही बता रहे हैं कि आप झूठ बोल रहे। कितने दिनों से यह शिकायत है। शाम तक काम नहीं हुआ तो निलंबन के आदेश जारी कर दूंगा। तहसील दिवस में सुनवाई के लिए पहुंचे जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने शिकायत निस्तारण नहीं करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को जमकर फटकारा। मंगलवार को लेखपाल सभागार में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय, एसएसपी डॉ. योगेंद्र रावत ने जनसमस्या सुनी। कुल 54 शिकायतों में से एक का मौके पर निस्तारण किया गया। झबरेड़ा क्षेत्र में एक जमीन संबंधी विवाद में शिकायत की गई थी। शिकायती पत्र देखकर डीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने क्षेत्र के लेखपाल को बुलाया। लेखपाल डीएम के सामने फरियादी की बातों का जवाब नहीं दे पाया। नाराज डीएम ने लेखपाल को तहसील दिवस छोड़कर तुरंत मौके पर जाने को कहा। शाम तक समस्या का समाधान नहीं होने पर निलंबन की चेतावनी दी। वर्ग तीन और चार जमीन के मामले में कई आवेदन नहीं लेने पर भी डीएम ने नाराजगी जताई। एएसडीएम से एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा। गणेशपुर में एक बुजुर्ग महिला ने बेटों पर मकान खाली करवाने की शिकायत की। डीएम ने नगर निगम से मकान महिला के नाम दर्ज कराने को कहा। इस दौरान सीडीओ डॉ. सौरभ गहरवार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह, सीएमओ डॉ. कुमार खगेंद्र, एसपी देहात परमेंद्र सिंह डोबाल, एएसडीएम वीएन शुक्ल, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल आदि मौजूद रहे।