जिंदा मानकर लाश के साथ डेढ़ साल से सो रहा था परिवार, इस तरह हुआ खुलासा
नई दिल्ली (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इनकम टैक्स अधिकारी के शव को परिवार ने डेढ़ साल तक न सिर्फ घर में रखा, बल्कि पूरा परिवार उसके साथ सो भी रहा था। परिवार ने लोगों को बताया था कि आयकर अधिकारी कोमा में है, हालांकि, सच्चाई यह है कि अस्पताल ने डेढ़ साल पहले ही उनका डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया था। जैसे ही ये खबर इलाके में फैली तो हडक़ंप मच गया।
दरअसल, रावतपुर क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले से स्वास्थ्य विभाग ने विमलेश नाम के व्यक्ति का शव बरामद किया है। जिस व्यक्ति का शव बरामद हुआ है, वह काफी समय से इलाके में दिखाई नहीं दे रहा था, स्थानीय लोग जब विमलेश के बारे में पूछते, तो उसके परिजन उसे कोमा में होने की बात कहकर टाल देते थे। इस बात की सूचना किसी स्थानीय व्यक्ति ने स्वास्थ्य विभाग को दी, तो विभाग हरकत में आया।
मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और विमलेश के शव को कब्जे में ले लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि विमलेश पिछले डेढ़ साल से दिखाई नहीं दे रहा था। फिलहाल शव की एलएलआर अस्पताल में जांच की जा रही है। वहीं, दिनेश का कहना है कि उसका भाई विमलेश काफी समय से कोमा में है, इसलिए उसको घर में रखा है। इस पूरी गतिविधि को लेकर शहर में तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं। जिसे इस घटना की जानकारी मिल रही है, वह आश्चर्यचकित है।
लोगों का कहना है कि आखिर डेढ़ साल तक कोई कैसे किसी के शव को अपने घर में रख सकता है। एसएचओ रावतपुर संजय शुक्ला ने बताया कि उन्हें सुबह सीएमओ से सूचना मिली कि क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ला में एक 38 वर्षीय व्यक्ति का शव पिछले कई दिनों से उनके घर पर रखा है। किसी तरह की अनहोनी न हो, इसके लिए सीएमओ ने सुरक्षा मांगी। सुरक्षा के नाते जब एसएचओ मौके पर पहुंचे, तो वह भी सकते में आ गए। आनन-फानन ही शव वाहन से बाडी को एलएलआर अस्पताल भिजवाया गया है। एसएचओ संजय शुक्ला ने बताया कि विमलेश नाम के व्यक्ति की शव घर में रखा हुआ था।
आयकर विभाग से सीएमओ के पास आया पत्र, तो खुली पोल
रावतपुर थाना क्षेत्र के इनकम टैक्स चौराहा के समीप रहने वाले आयकर कर्मचारी विमलेश गौतम की 22 अप्रैल 2021 को मौत हो गई थी। विमलेश गौतम अहमदाबाद स्थित आयकर विभाग में कार्यरत था। विमलेश की मौत होने के बावजूद घरवालों का कहना है कि उसकी सांसें चल रही थीं। इसलिए विमलेश का अंतिम संस्कार नहीं किया गया और उसकी बाडी को घर पर रखा गया था। विमलेश की शादी मिताली दीक्षित से हुई थी, मिताली को-ऑपरेटिव बैंक में मैनेजर हैं। जब आयकर विभाग ने पेंशन के मामले में सीएमओ से विमलेश के मृत्यु प्रमाण पत्र व अन्य जानकारी मांगी, तो यह हकीकत सभी के सामने आ गई। फिलहाल इस मामले पर विमलेश के स्वजन कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। वहीं, शहर के एलएलआर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में विमलेश का शव रखा गया है। डाक्टरों का कहना है कि शव बुरी तरह सड़ चुका है, मांस हड्डियों में ही सूख गया है। सीएमओ आलोक रंजन ने कहा कि फिलहाल किसी तरह की जानकारी नहीं दी जा सकती है। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं, जिला अस्पताल के एसीएमओ डॉ. ओपी गौतम ने बताया कि विमलेश की मौत डेढ़ साल पहले हो चुकी थी। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।