जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताए जेनेरिक दवाओं के लाभ

अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देश पर तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा के अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में मंगलवार को नगरखान गांव में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर दो दिवसीय जागरूकता अभियान ‘जेनेरिक दवाएं: प्रभावी और किफायती’ के अंतर्गत आयोजित किया गया। शिविर की अगुवाई जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा की सचिव शचि शर्मा ने की। उन्होंने ग्रामीणों को जेनेरिक दवाओं की उपयोगिता, गुणवत्ता और सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही यौन उत्पीड़न अथवा अन्य अपराधों की शिकार महिलाओं के लिए उत्तराखण्ड मुआवजा योजना 2020, नालसा की विधिक सहायता हेल्पलाइन 15100, तथा नालसा-सालसा और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों के बारे में भी जागरूक किया गया। शिविर में ‘अधिकार मित्र’ की भूमिका, निशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया और आपदा पीड़ितों को विधिक सेवा प्रदान करने संबंधी नालसा योजना-2010 की भी जानकारी दी गई। जागरूकता अभियान के अंतर्गत ग्रामीणों के बीच सूचना पर्चे (पम्फलेट) भी वितरित किए गए। शिविर में अधिकार मित्र आशा भारती और दीपा भण्डारी उपस्थित रहीं। वहीं अधिकार मित्र संदीप सिंह नयाल व पंकज भगत द्वारा जीआईसी खेल मैदान में विधिक जागरूकता स्टॉल लगाया गया। जहां उपस्थित लोगों को जैनेरिक दवाओं के लाभ, सुरक्षा व गुणवत्ता व नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100, नालसा, सालसा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों, अधिकार मित्र की भूमिका, निशुल्क विधिक सहायता की प्रक्रिया आदि की जानकारी दी गई।

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