ज्वैलरी शोरूम मालिक पर फायरिंग व फिरौती मांगने के मामले का पुलिस ने किया खुलासा

मास्टर माइंड सहित पांच गिरफ्तार

हरिद्वार। मोरा तोरा ज्वैलर्स शोरूम के स्वामी पर फायरिंग व फिरौती मांगने के मामले का खुलासा करते हुए ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त हुण्डई कार, स्कूटी, 32 बोर की पिस्टल व चार कारतूस, 315 बोर का तमंचा व पांच कारतूस भी पुलिस ने बरामद किए हैं। मोरा तोरा ज्वैलर्स शोरूम स्वामी ने बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुरूस्कार स्वरूप 51 हजार रूपए का चेक प्रदान किया। एसएसपी की और से भी पुलिस टीम को 25 हजार रूपए का नकद ईनाम देने की घोषणा की गयी है।

ज्वालापुर कोतवाली में पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि एसएसपी डा.योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि शोरूम स्वामी निपुण मित्तल ने बीती 26 जुलाई को स्कूटी से घर लौटते समय उन पर फायरिंग किए जाने के संबंध में मुकद्मा दर्ज कराया था। इसके बाद अगले ही दिन निपुण मित्तल को फोन कर सुनील राठी के नाम पर 50 लाख रूपए की रंगदारी मांगने व धमकाने का मामला सामने आया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल पुलिस टीमों का गठन कर जांच व अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगाया गया। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर स्कूटी सवार दो लोगों द्वारा निपुण मित्तल का पीछा करने की जानकारी सामने आयी। भगत सिंह चौक व कंट्रोल में रूम लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गयी तो पता चला कि स्कूटी सवार लोगों में पीछे बैठा व्यक्ति एक हुन्डई कार जिसमें तीन-चार लोग सवार थे, से उतरकर स्कूटी पर सवार हुआ था। कार का रजिस्ट्रेशन नंबर चेक पर पता चला कि कार प्रदीप कुमार निवासी रावली महदूद बहादराबाद के नाम पर रजिर्स्टड है। रजिस्ट्रेशन में दिये गये नम्बर की कॉल डिटेल व सीआईयू द्वारा सर्विलांस करने पर प्रदीप व उसके साथियों को ट्रेस कर लिया गया। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए सीआईयू व ज्वालापुर पुलिस द्वारा दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हिमाचल, बिजनौर में दबिश दी गयी। मुख्य अभियुक्त प्रदीप कुमार को जब यह जानकारी हुई कि वादी द्वारा पुलिस को रंगदारी मॉगने के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज करा दी गयी है तो वह बोखला गया और अपनी आपराधिक साख बचाने व वादी को सबक सिखाने के उद्देश्य से वह वादी के शोरूम बन्द करने के बाद उसे ठिकाने लगाने की नियत से अपने साथियों के साथ हरिद्वार आ रहा था। पुलिस टीम को इसकी सूचना मिलने पर रानीपुर झाल के पास से प्रदीप कुमार व उसके साथियों को घटना में संलिप्त कार व हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

एसएसपी ने बताया कि घटना का मास्टर माइंड प्रदीप कुमार पुत्र सुरेश सिंह निवासी नवादा चौहान थाना नहटौर जिला बिजनौर यूपी है। प्रदीप कुमार वर्ष 2015 में थाना प्रेमनगर देहरादून से अपने सगे भाई अंकित व एक अन्य अभियुक्त के साथ डकैती के मामले में जेल जा चुका है। प्रदीप इण्डस्ट्रीयल केमेस्ट्री से एमएससी है और पूर्व में ओरियन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स बुद्व बाजार मुरादाबाद में कर्लक के रूप में काम कर चुका है। इस दौरान वर्ष 2015 में डकैती में सम्मलित होने के कारण उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। जिसके बाद उसके द्वारा धोखाधडी व अन्य आपराधिक घटनाओं से पैसा कमाया जा रहा था। पूछताछ में प्रदीप ने बताया कि इस घटना को अन्जाम देने के लिये उसने 6 लाख रूपये खर्च किए हैं। जिसमें 40 हजार की एक पिस्टल व 10-10 हजार के 2 तंमचे, कनखल में किराये पर दो फ्लैट व उत्तम नगर दिल्ली में किराये पर एक फ्लैट पहले से ही छिपने के लिये ले लिया था। गिरफ्तारी के दौरान प्रदीप के कब्जे से घटना में प्रयुक्त .32 बोर पिस्टल व 4 कारतूस बरामद हुये है। उसने बताया कि देहरादून प्रेमनगर में डकैती की घटना में उस पर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। जिसमें उसके वारण्ट जारी हुए हैं। देहरादून पुलिस बार-2 उसके बिजनौर स्थित घर पर दबिश दे रही थी। वह वादी से समझौता करना चाहता था। जिसके लिये 50-60 लाख रूपये की जरूरत थी। इसपर उसने अपने गांव के लडकों को मकसद बताकर तैयार किया और मोरा तोरा शोरूम से एक चैन व कुण्डल अपनी पत्नी के लिये 2 महीने पहले खरीदे थे। जिसके डिब्बे पर वादी व उसके शोरूम के मोबाईल नम्बर अंकित थे। जिनका उसने फिरोती मांगने में प्रयोग किया। एसएसपी ने बताया कि निपुण मित्तल पर फायरिंग करने वालों में सचिन प्रजापित पुत्र पंकज प्रजापति व कौशल कुमार पुत्र महेंंद्र सिंह शामिल थे। सचिन प्रजापति सातवीं पास है। जबकि कौशल बीए प्रथम वर्ष तक शिक्षित है। निपुण मित्तल पर फायरिंग कौशल ने की थी। जबकि सचिन प्रजापति स्कूटी चला रहा था।  दोनों प्रदीप के गांव के ही रहने वाले हैं। दोनों के कब्जे से तमंचे व कारतूस तथा घटना मेंप प्रयुक्त स्कूटी बरामद की गयी है। जबकि अन्य आरोपी अरूण कुमार व अंकुर कुमार फायरिंग की घटना के दौरान मुख्य आरोपी प्रदीप के साथ कार में सवार थे। इस दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एएसपी रेखा यादव कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी सहित पूरी पुलिस टीम मौजूद रही।


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