जनकवि गिरीश तिवारी गिर्दा की 14 वी पुण्यतिथि पर किया भावपूर्ण स्मरण
अल्मोड़ा। जनकवि गिरीश तिवारी गिर्दा की 14 वी पुण्य तिथि पर सांस्कृतिक नगरी में उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। उनके रचित तथा गाए गीतों के साथ ही पसंदीदा गीतों का भी सामूहिक तौर पर गायन किया गया। वरिष्ठ रंगकर्मी पत्रकार नवीन बिष्ट के संयोजन में हुए कार्यक्रम में लोक गायकों के साथ ही समाज के हर वर्ग के लोग शामिल हुए। गिर्दा के चित्र पर मौजूद लोगों ने पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धाजलि दी। उत्तराखंडा मेरी मातृ भूमि गीत के साथ सामूहिक गायन की शुरूआत हुई। इसके बाद लोगों ने हुड़के की थाप पर उनके गाए कई गीत गाए। इनमें ततू नि लगा उदेश घुनन मुनई न टैक, सौ सत्तर आदमी फिलहाल जब नासाद हैं दिल पर रख कर हाथ कहिये देश क्या आजाद है। कस हलो उत्तराखंड कस होली व्यवस्था समेत कई गीत गाए गए हैं। वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के गठन के 24 साल बाद भी गिर्दा जैसी जन कवि के सोच के अनुसार व्यवस्था नहीं बन सकी है। समाज में संघर्षरत ताकतों को एकजुट होकर जनभावना के अनुसार उत्तराखंड की व्यवस्था बनाने के लिए आगे आना होगा। यही स्व गिर्दा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेवती बिष्ट तथा संचालन नवीन बिष्ट व अखिलेश टम्टा ने संयुक्त तौर पर किया। इस मौके पर निर्वतमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, लोक गायिका राधा तिवारी, चंदन बोरा, भाष्कर भौंर्याल, दयानंद कठैत, कृष्ण कुमार सिंह, डा निर्मल जोशी, मोहन कांडपाल, पूरन चंद्र तिवारी आदि सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।