जल संरक्षण के साथ जल की गुणवत्ता बनाए रखना जरूरी

हरिद्वार। आने वाले समय में पानी की जरूरत कम नहीं होने जा रही बल्कि और ज्यादा बढ़ेगी। इसके लिए जरूरी है की जल संरक्षण के लिए अभी से ही काम किया जाए। साथ ही पानी की गुणवत्ता बनी रहे उसका ध्यान रखना भी आवश्यक है।
विशेषज्ञों ने जल संरक्षण और जल गुणवत्ता से जुड़ी तमाम बातों को लक्सर के पास रायसी में स्थित हर्ष विद्या मंदिर पीजी कॉलेज के स्टूडेंट के साथ शुक्रवार को “वाटर फाॅर फ्यूचर” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान साझा की। कार्यशाला टेक्नो हब लैबोरेट्रीज देहरादून और नमामि गंगे के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई जिसमें विशेषज्ञों ने छात्र छात्राओं की तमाम जिज्ञासाओं को शांत किया।
इससे पहले महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ के पी सिंह एवं उपाध्यक्षा डॉ प्रभावती ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन कर कार्यशाला की शुरुआत की। कार्यशाला में टेक्नो हब की निदेशिका डॉ रीमा पंत ने गंगा नदी समेत तमाम पानी के स्रोतों के संरक्षण एवं गुणवत्ता की महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं डॉ भवतोष शर्मा ने कार्यशाला में प्रयोगों के माध्यम से जल संरक्षण की विधियां एवं जल गुणवत्ता के बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की।
इस मौके पर पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश चन्द्र पालीवाल ने भी विचार रखे। टेक्नो हब लैबोरेट्रीज के सिद्धार्थ माधव, आरती पैन्यूली, अरविंद सिंह ने भी कॉलेज के छात्र छात्राओं के साथ जल संरक्षण से जुड़े पहलुओं पर रोशनी डाली।
कार्यशाला में महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं स्नातकोत्तर कक्षाओ के छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे।