आईआईटी के प्रोफेसर शिशिर सिन्हा को मिला सिल्वर आइकन अवार्ड

रुड़की। आईआईटी रुड़की ने डिजिटल इंडिया-2022 सिल्वर आइकन अवार्ड प्राप्त करने पर केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. शिशिर सिन्हा को बधाई दी। प्रो. सिन्हा ने यह पुरस्कार सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी) की ओर से प्राप्त किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वेब और मोबाइल की सर्वश्रेष्ठ पहल श्रेणी में यह पुरस्कार प्रदान किया।
प्रो. सिन्हा वर्तमान में सीआईपीईटी (रसायन एवं पेट्रोकेमिकल्स विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय, के महानिदेशक हैं। प्रो. सिन्हा राष्ट्रीय महत्व की टेक्नोलॉजी पर कार्य कर रहे हैं। इनमें बेकार पॉलीमर से मूल्य वर्धित उत्पादों का विकास शामिल है। यह पुरस्कार ब्रांड सीआईपीईटी की ओर से डिजिटल गवर्नेंस में अनुकरणीय पहल कर राष्ट्रीय विकास में योगदान देने का सम्मान है। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति के साथ त इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी संचार और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अलकेश कुमार शर्मा भी मौजूद रहे।
डिजिटल इंडिया अवार्ड 2022 मिलने पर प्रोफेसर शिशिर सिन्हा ने कहा कि सीआईपीईटी 54 साल पुराना संगठन है। संस्थान ने अपने कार्यों का चरणबद्ध डिजिटाइजेशन शुरू किया है। इसमें डीसीपीसी का सहयोग और मार्गदर्शन मिला है। इस पहल से सीआईईपीटी के स्टार कार्यों के बारे में छात्रों, ग्राहकों, उद्योग जगत और सभी भागीदारों को नवीनतम जानकारी आसानी से मिलेगी। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर केके पंत ने पुरस्कार मिलने पर प्रोफेसर सिन्हा और सीआईपीईटी को बधाई दी। कहा कि यह प्रो. सिन्हा के मार्गदशन में सीआईपीईटी टीम के उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान है।