हमारी एक इंच जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता: शाह
लद्दाख गतिरोध
नई दिल्ली,(आरएनएस)। लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि मोदी सरकार देश की एक-एक इंच जमीन को बचाने के लिए पूरी तरह सजग है और कोई इस पर कब्जा नहीं कर सकता। शाह ने यह भी कहा कि सरकार चीन के साथ गतिरोध को सुलझाने के लिए हरसंभव सैन्य और कूटनीतिक कदम उठा रही है। क्या चीन ने भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया है, इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने एक साक्षातकार के दौरान कहा कि हम अपने एक-एक इंच भूभाग को लेकर चौकन्ने हैं, कोई इस पर कब्जा नहीं कर सकता। हमारे रक्षा बल और नेतृत्व देश की संप्रभुता और सीमा की रक्षा करने में सक्षम हैं।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार देश की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में शाह ने विश्वास जताया कि राजग दो-तिहाई बहुमत हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार चुनाव के बाद राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बदलेगी और भाजपा वहां सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि हम पश्चिम बंगाल में मजबूती से लड़ेंगे और सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर है और भाजपा जैसे राजनीतिक दलों को वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करने का हर अधिकार है। शाह ने कहा कि हालांकि केंद्र सरकार संविधान को ध्यान में रखते हुए और राज्यपाल की रिपोर्ट के आधार पर उचित निर्णय लेगी। जब शाह से पूछा गया कि बिहार में यदि भाजपा की सीटें जदयू से अधिक आती हैं तो क्या पार्टी मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी करेगी, इस पर उन्होंने कहा कि कोई अगर, मगर की बात नहीं है। नीतीश कुमार बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे। हमने सार्वजनिक घोषणा की है और हम इसे लेकर प्रतिबद्ध हैं। बिहार में सत्तारूढ़ गठजोड़ से लोक जनशक्ति पार्टी के अलग होने का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि पार्टी को पर्याप्त संख्या में सीटों की पेशकश की गयी लेकिन फिर भी वह गठबंधन से अलग हो गयी। उन्होंने कहा कि यह उनका फैसला था, हमारा नहीं। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती के कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत की घटना के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि घटना वाले दिन ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था और सीबीआई जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि हाथरस में बलात्कार हुआ और ऐसी ही घटना राजस्थान में घटी। लेकिन राजनीति केवल हाथरस तक सीमित रही। किसी ने राजस्थान के विषय को नहीं उठाया। हाथरस मामले में आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। एक समिति का गठन जांच के लिए किया गया। सीबीआई भी जांच कर रही है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के एक वर्ष बाद के हालात के प्रश्न पर शाह ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में कानून व्यवस्था अब सामान्य है जबकि कोविड-19 के हालात को लेकर स्थिति चुनौतीपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि वहां अब उप राज्यपाल मनोज सिन्हा हैं और वह अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचना सुनिश्चित करेंगे। शाह ने कहा कि आप वहां पांच-छह महीने में अहम विकास देखेंगे। शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी से पूर्व गृह मंत्री तथा कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के इस बयान का सार्वजनिक समर्थन करने को कहा कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल होना चाहिए। हिंदी फिल्म जगत में मादक पदार्थों की समस्या के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि वह दोनों को जोडऩा नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थ एक समस्या है और जल्द यह समस्या समाप्त होनी चाहिए।