‘होम स्टे पर्यटन एवं कृषि वानिकी पर कौशल तथा क्षमता विकास’ पर दो दिवसीय कार्यक्रम

अल्मोड़ा। गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल के सामाजिक एवं आर्थिक विकास केन्द्र द्वारा ‘ईको स्मार्ट आदर्श ग्राम विकास’ परियोजना चलाई जा रही है। इस परियोजना के अन्तर्गत दि ‘होम स्टे पर्यटन एवं कृषि वानिकी पर कौशल तथा क्षमता विकास’ विषय पर एक दो दिवसीय कार्यक्रम ग्राम चितई में प्रारंभ हो गया है जिसमें चितई पन्त एवं चितई तिवारी ग्राम के 40 ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ करते हुए संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार साहनी ने ग्रामीणों को होम स्टे से व्यवसाय की विस्तृत जानकारी तथा सफलतम् उदाहरणों से लोगों को अवगत कराया तथा इसकी भविष्य में संभावनाओं से लोगों को अवगत कराया। इस अवसर पर संस्थान की वैज्ञानिक डॉ शैलजा पुनेठा ने ग्रामीणों को कृषि वानिकी की विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण का संचालन करते हुए महिला हाट के राजेन्द्र काण्डपाल ने ग्रामीणों को होम स्टे व्यवसाय अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया तथा महिला हाट द्वारा किये जा रहे इस क्षेत्र में कार्यों से जुड़ने को कहा। इस प्रशिक्षण में संस्थान के डी एस बिष्ट, डॉ मेघा शर्मा एवं मनोज बिष्ट भी उपस्थित थे।