हिमाचल कांग्रेस को बड़ा झटका: विधायक पवन काजल और लखविंद्र राणा भाजपा में शामिल
शिमला। भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। बुधवार को कांगड़ा से कांग्रेस के विधायक पवन काजल और नालागढ़ से विधायक लखविंद्र राणा पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। दोनों कांग्रेस विधायकों ने नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप विशेष रूप से मौजूद रहे। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने कांग्रेस के नहले पर दहला फेंका है। पिछले माह ही भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहे खीमी राम ने कांग्रेस का हाथ थामा था। बुधवार को नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में सदस्यता ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लखविंद्र राणा और पवन काजल के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, संगठन महामंत्री पवन राणा और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जमवाल भी मौजूद रहे।
यह मालूम रहे कि पवन काजल भाजपा में जिला परिषद के रास्ते आए, लेकिन भाजपा से टिकट न मिलने पर वह 2012 में कांगड़ा सीट से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने थे। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उन्हें कांग्रेस में शामिल कर लिया था। वर्ष 2017 में वह दोबारा कांग्रेस के टिकट से विधानसभा चुनाव जीते। वहीं, नालागढ़ से कांग्रेस विधायक लखविंद्र राणा के खिलाफ पिछली बार वीरभद्र परिवार के करीबी रहे हरदीप सिंह बावा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। राणा को कांग्रेस ने टिकट दिया तो इंटक के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बावा हरदीप सिंह बागी हो गए थे। इससे पिछले पांच साल में कांग्रेस के अंदर राणा और बावा में खासा टकराव रहा।
दोनों विधायक पार्टी की सदस्यता से निष्कासित
उधर, भाजपा में शामिल होने के बाद हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने दोनों विधायकों को पार्टी की सदस्यता से छह-छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह फैसला कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की मंजूरी के बाद लिया गया है और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए दोनों विधायकों पर कार्रवाई की गई है।