हिमाचल में दो दिन बारिश-बर्फबारी के आसार, दारचा से आगे नहीं जाएंगे वाहन

शिमला। मौसम विभाग के अनुसार एक नवंबर से हिमाचल समेत पूरे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आएगा। वहीं, प्रदेश के अधिकांश जिलों में अक्टूबर माह में अत्यधिक वर्षा हुई। अक्तूबर महीने में हिमाचल में 56.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
हिमाचल प्रदेश में मौसम के फिर बिगड़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के मध्य व उच्च पर्वतीय भागों में एक और दो नवंबर को बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है। इस दौरान मैदानी भागों में मौसम साफ रहेगा। वहीं, तीन और चार नवंबर को पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने की संभावना है। विभाग के अनुसार एक नवंबर से हिमाचल समेत पूरे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में यह बदलाव आएगा। उधर, न्यूनतम तापमान में कमी आने से प्रदेश के कई क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है।
प्रदेश के न्यूनतम तापमान में सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई है। केलांग का न्यूनतम तापमान माइनस 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार सुबह से राजधानी शिमला समेत अन्य भागों में मौसम साफ बना रहा। वहीं, बारिश और बर्फबारी की संभावना से उपचुनावों की जीत के जश्न में मौसम का खलल पड़ सकता है। दो नवंबर को मंडी संसदीय सीट सहित फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा के लिए शनिवार को हुए मतदान का परिणाम घोषित होगा।
शहरों का तापमान
शिमला का न्यूनतम तापमान 8.4, सुंदरनगर 7.0, भुंतर 6.2, कल्पा 0.9, धर्मशाला 10.8, ऊना 11.5, नाहन 14.1, पालमपुर 9.0, सोलन 5.7, मनाली 2.8, कांगड़ा 11.4, मंडी 8.7, बिलासपुर 10.5, हमीरपुर 9.4, चंबा 8.4, डलहौजी 8.0, कुफरी 8.0, जुब्बड़हट्टी 10.6 और पांवटा साहिब 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, चंबा में अधिकतम तापमान 24.9, केलांग 10.5, डलहौजी 4.0, धर्मशाला 21.6, कांगड़ा 26.9, भुंतर 25.0, हमीरपुर 27.0, ऊना 30.0, सुंदरनगर 27.6, बिलासपुर 28.0, शिमला 19.0, सोलन 25.3 और नाहन 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है।
अक्तूबर में सामान्य से 106 फीसदी अधिक बरसे बादल
वहीं, प्रदेश के अधिकांश जिलों में अक्टूबर माह में अत्यधिक वर्षा हुई। अक्तूबर महीने में हिमाचल में 56.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 106 फीसदी अधिक थी। एक से 31 अक्तूबर तक जिला मंडी में सामान्य बारिश दर्ज की गई। वहीं, जिला हमीरपुर में भारी बारिश हुई। बाकि जिलों में भी अत्यधिक वर्षा हुई। शिमला, लाहौल-स्पीति, किन्नौर के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई। इससे पहले वर्ष 2004 में अक्तूबर महीने में 92.8 मिलीमीटर वास्तविक बारिश दर्ज हुई थी। उसके बाद इस वर्ष अक्तूबर में सबसे अधिक 56.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। वर्ष 2005 और 2020 में सामान्य से कम बारिश हुई थी।
दो नवंबर से दारचा से आगे नहीं जाएंगे वाहन
वहीं, सर्दी का मौसम और बर्फबारी को ध्यान में रखते हुए लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन ने 2 नवंबर से मनाली-सरचू मार्ग में दारचा के आगे सिविल वाहनों के जाने पर रोक के आदेश जारी किए हैं। दारचा से आगे लेह की तरफ सिविल वाहन पार नहीं हो सकेंगे। हालांकि सेना के वाहनों पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होगी।
उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि मंगलवार को ही मौसम विज्ञान केंद्र ने मौसम खराब रहने का अलर्ट जारी किया है। इसलिए दारचा के आगे वाहन नहीं भेजे जाएंगे। ग्रांफू से लोसर मार्ग भी वाहनों के लिए बंद किया जाएगा। उपायुक्त ने लोगों से आग्रह किया कि वे लाहौल-स्पीति जिले में होने वाली बर्फबारी और हिमखंड गिरने के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी की अनुपालना सुनिश्चित करें।