पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी में भारी बारिश होने से सड़कों के बाधित होने और जान-माल की हानि की खबर
प्रदेश में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से कई जिलों में जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी में भारी बारिश होने से भूस्खलन से सड़कों के बाधित होने और जान-माल की हानि की खबर है। पिथौरागढ़ जिले के टांगा और गैला गांव में अति वृष्टि से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। अंतिम समाचार मिलने तक राहत और बचाव दल ने 5 शव बरामद कर लिए हैं जबकि अन्य लोगों की तलाश जारी है। मुनस्यारी के टांगा गांव में हर तरफ मलवा ही मलवा बिखरा है। एस.डी.आर.एफ. के जवान इस मलवे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हुए है।
रविवार रात को अति वृष्टि से टांगा गांव मे 5 मकान जमीदोंज हो गए थे। जिला प्रशासन के लिए प्रभावित गांवों तक राहत पहुंचना किसी चुनौती से कम नही है। एक ग्रामीण खुशाल सिंह के अनुसार आसमान में बादल देख लोग सहम रहे हैं। वहीं, स्थानीय विधायक हरीश धामी ने आपदा प्रभावित समूचे टांगा गांव को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित करने के साथ ही प्रभावितों को तुरंत राहत देने की मांग की है। उधर, चमोली जिले में देर रात भारी बारिश के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के लामबगड़ और भनेरपानी में मलवा आ गया।
हालांकि दोपहर तक इसे सुचारू कर दिया गया, लेकिन नंदप्रयाग के पास मलवा आने से राजमार्ग पर यातायात बाधित है। जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस. भदौरिया के अनुसार मलवा हटाने का कार्य तेजी से चल रहा है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अगले तीन दिनों में पिथौरागढ, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में भारी बारिश हो सकती है।