अल्मोड़ा: हाथरस अपहरण मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई

अल्मोड़ा(आरएनएस)। जियो फाइबर के मैनेजर की किडनैपिंग और 20 लाख रुपये फिरौती के मामले में अल्मोड़ा के तीन युवकों के नाम सामने आने और एनकाउंटर पर वाल्मीकि व एससी समाज ने विरोध जताया है। आक्रोशित लोगों ने सिकंदर पवार के नेतृत्व केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा का घेराव किया और निष्पक्ष जांच की मांग की। केंद्रीय मंत्री से परिजनों ने यूपी पुलिस एनकाउंटर को गलत ठहराते हुए न्याय की गुहार लगाई है। केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद सभी एसएसपी कार्यालय पहुंचे जहाँ सीओ अल्मोड़ा को मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को ज्ञापन दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए ज्ञापन में कहा है कि विगत 03 जनवरी को हाथरस मुरादाबाद उत्तर प्रदेश में हुई अपहरण में विशाल कुमार, प्रिंस कुमार व सुजल कुमार को गलत तरीके से फंसाया गया है। उन्होंने अल्मोड़ा पुलिस के सहयोग से निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। बता दें कि अपहरण के मामले में पुलिस एसटीएफ की मुरादाबाद में बदमाशों से मुठभेड़ हुई थी। दो अपहरणकर्ता घायल हुए, जबकि दो गिरफ्तार किए गए। आरोपियों में अल्मोड़ा निवासी तीन युवक शामिल हैं, जिनमें से विशाल नामक युवक को गोली लगी है। जियो मैनेजर को अपहरण के बाद अल्मोड़ा के कसार देवी क्षेत्र के एक होम स्टे में लाया गया था। आरोपी एक रात वहीं रुके और फिरौती लेने के लिए मुरादाबाद गए, जहां एसटीएफ ने उन्हें घेर लिया और मुठभेड़ हुई।