हरिद्वार का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर रहा

रुडकी। दीपावली पर हरिद्वार शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। हालांकि यह पिछले साल के मुकाबले कम रहा। रुड़की में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से आंकड़े नहीं लिए गए।
हर साल दिवाली से पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एयर क्वालिटी की जांच करता है। त्योहार से सात दिन पहले और सात दिन बाद तक के डाटा लिए जाते हैं। अवधूत मंडल आश्रम में बोर्ड की ओर से दिवाली के सात दिन पहले वायु प्रदूषण के आंकड़े लेने शुरू किए गए। जैसे-जैसे त्योहार का दिन आया वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया। दिवाली से पहले हरिद्वार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से नीचे था। इसे ठीक माना जाता है। लेकिन गुरुवार को दिवाली की रात इंडेक्स 321 पर पहुंच गया। इसे बहुत खराब माना जाता है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले यह कम रहा। पिछले साल एयर क्वालिटी इंडेक्स 352 था। रुड़की में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से एयर क्वालिटी के आंकड़े नहीं लिए गए। पहले रुड़की में चंद्रशेखर चौक के पास एयर क्वालिटी मापने के लिए उपकरण लगाए जाने थे। लेकिन बाद में तय किया गया कि पहले सभी जिला मुख्यालयों में ही उपकरण लगाए जाएंगे। रुड़की घनी आबादी, औद्योगिक, ईंट भट्ठे से लेकर ज्यादा ट्रैफिक वाला क्षेत्र है। यहां आंकड़े नहीं जुटाए जा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुभाष पंवार ने बताया कि बताया कि हरिद्वार शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 321 रहा। यह पिछले साल की तुलना में कम था। लेकिन जो स्तर मापा गया वह वेरी पुअर की श्रेणी में आता है। अगले सात दिन तक मॉनिटरिंग जारी रहेगी। धीरे-धीरे यह 200 से नीचे आ जाएगा। दिवाली की रात पटाखे जलाने के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर तक पहुंचा।


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