‘हमें मारना बंद करो’ अभियान के तहत सफाई श्रमिकों ने किया जुलूस प्रदर्शन

रुद्रपुर। हमें मारना बंद करो अभियान के तहत आंबेडकर जेंडर इक्वलिटी क्लब द्वारा खटीमा में जुलूस प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनाकारियों का आरोप था कि एक ओर देश आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष बना रहा है। वहीं इस वर्ष में अब तक 55 सफाई श्रमिकों की मौत सीवर में दम घुटने से हो गई है। वक्ताओं ने कहा कि जिस देश में मशीनीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। उस देश में सीवर सफाई के उपकरण बनाने में सरकार की कोई रूचि नहीं है। जिसका कारण देश में मरने वाले सफाई श्रमिक किसी भी सरकार की प्राथमिकता में नहीं होना है। वाल्मीकि मंदिर से शुरू जुलूस प्रदर्शन से पहले बैठक हुई। वक्ताओं ने बताया कि स्टॉप किलिंग इस अभियान 2022 पूरे देश में रेमन मैगसेस अवार्ड प्राप्त डॉ. बेजवाड़ा विल्सन के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद भी देश भर में सीवर में मौतों का सिलसिला बंद नहीं हो रहा है। सफाई श्रमिक आज भी मैला ढोने, सीवर टैंक में उतरने को मजबूर हैं। बीते एक माह में 14 लोग सीवर में दम घुटने से मर चुके हैं, लेकिन देश की संसद, विधायिका, मीडिया सब मौन साधे हुए हैं। यह सब मरने वाले लोग एक ही वर्ग से हैं। सफाई श्रमिकों ने आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल सीवर साफाई में कराने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष विवेक भारती, निर्देश भारती, पप्पू चौधरी, अमनदीप, दीपक, बुधसेन चौधरी, हिम्मत सिंह, रघुवीर, मूलचंद, श्यामू भारती, मीरा देवी, लक्ष्मी, प्रेमवती, रामवती, सगुन, रीता, रीना आदि थे।