गुलाम नबी के बाद कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, एक और पूर्व सांसद ने छोड़ी पार्टी
नई दिल्ली (आरएनएस)। कांग्रेस का समय सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। आए दिन पार्टी से वरिष्ठ नेता इस्तीफा दे रहे हैं। गुलाम नबी आजाद के शुक्रवार को इस्तीफे के बाद तेलंगाना के राज्यसभा के पूर्व सदस्य एमए खान ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। खान ने कांग्रेस नेतृत्व और राहुल गांधी पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी देश की जनता को ये समझाने में पूरी तरह से असफल रही है कि वह अपनी पुरानी विरासत को दोबारा पा सकती है और देश को पहले की तरह आगे बढ़ा सकती है।
कांग्रेस नेतृत्व को लिखे अपने इस्तीफे पत्र में एमए खान ने कहा कि त्र23 के वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस के कल्याण और भलाई के लिए अपनी आवाज बुलंद की थी। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उनके इस कदम को नकार दिया और उनकी बात को नजरअंदाज किया। अगर पार्टी ने उन नेताओं (जी23 के नेताओं) पर भरोसा दिखाया होता और उनकी बात को महत्व दिया होता तथा पार्टी के लिए उनकी चिंता को समझा होता, तो शायद चीज़ें आज अलग होतीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने छात्र जीवन से ही यानी 4 दशकों से ज्यादा समय तक पार्टी से जुड़ा रहा।
खान ने कहा, ‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जाता है। शीर्ष नेतृत्व पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को दोबारा एक्टिव करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाता और पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, संजय गांधी एवं राजीव गांधी के नेतृत्व, उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ देश की सेवा करने की बात करता है। यह सब देखने के बाद मेरे पास पार्टी को छोडऩे के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं था। इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं।’
कांग्रेस से इस्तीफे के बाद एमए खान ने बताया कि मैंने कांग्रेस इसलिए छोड़ी। क्योंकि राहुल गांधी ने पार्टी कमेटी में उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट) का पद ग्रहण किया था। राहुल द्वारा उपाध्यक्ष का पद संभाले जाने के बाद चीजें बिगडऩे लगीं। उनकी अपनी एक अलग विचारधारा है। ब्लॉक स्तर से बूथ स्तर तक उनके विचार किसी भी पार्टी सदस्य से मेल नहीं खाते।
पूर्व कांग्रेस राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘इसी वजह से कांग्रेस का पतन हो रहा है। ये सब अब इस हद तक पहुंच गया है कि दशकों तक पार्टी में अपनी सेवा देने वाले और उसको मजबूत बनाने वाले पार्टी के तमाम दिग्गज नेता पार्टी छोडक़र जा रहे हैं। राहुल नहीं जानते कि वरिष्ठ नेताओं के साथ कैसा व्यवहार करना है। बता दें कि एमए खान के साथ-साथ इस साल कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। इससे पहले, शुक्रवार को वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।