गोवा के तट से टकराया चक्रवाती तूफान ‘ताऊते’

कर्नाटक में 4 की गई जान, 73 गांव प्रभावित
नई दिल्ली (आरएनएस)। पांच राज्यों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊते’ को लेकर अलर्ट जारी है। बताया जा रहा है कि अरब सागर में बन रहा ये साइक्लोन अब भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। मौसम विभाग के मुताबिक ताउते अगले 24 घंटे में गंभीर और उसके बाद बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा। यह 18 मई की दोपहर से शाम के बीच गुजरात के पोरबंदर से होता हुआ पाकिस्तान की ओर रुख करेगा। इस दौरान पोरबंदर और नालिया तट पर इसके भारी तबाही मचाने के आसार हैं। ताउते चक्रवात से अबतक कर्नाटक में चार लोगों की मौत हो गई और 73 गांव प्रभावित हैं। ‘ताउते’ चक्रवात गोवा के तटीय इलाकों से टकरा गया है। विभाग का कहना है कि इसका केंद्र गोवा का उत्तर, उत्तर पश्चिम होगा और आज पूरे दिन यहां बारिश और आंधी जारी रहेगी। इसी के साथ गुजरात में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
वहीं कर्नाटक में ‘ताउते’ चक्रवात का असर दिखने लगा है। पिछले 24 घंटों में 6 जिलों में भारी बारिश हुई है, इसमें करीब 73 गाव प्रभावित हुए हैं जबकि 4 लोगों की मौत हो गई है।
इसके साथ ही महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने बताया कि कोंकण तट के पास के जिलों को चक्रवात की चेतावनी दी गई है। सीएम ने मामले का जायजा लिया है। मैंने उन्हें पुनर्वास कार्य के बारे में सूचित कर दिया है। हमने इन क्षेत्रों में बड़े आश्रय स्थल तैयार करने के निर्देश दिए हैं। चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ 12 घंटों में और भी भीषण होने वाला है। वहीं आज इसके चलते केरल महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
भारतीय वायुसेना ने ‘ताउते’ चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए अपने 16 मालवाहक विमान और 18 हेलीकॉप्टर प्रायद्वीपीय भारत में तैनात कर दिए हैं। वायुसेना ने बताया कि अगले कुछ दिन तटीय इलाकों में कोविड-19 राहत अभियान पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है क्योंकि खराब मौसम की वजह से बाद में इन इलाकों में अभियान प्रभावित हो सकता है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘ताऊते’ को लेकर तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय करने को कहा। इसके साथ ही बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। वहीं, अस्पतालों में कोविड प्रबंधन, वैक्सीन कोल्ड चेन और पावर बैक अप और चक्रवात के कारण संवेदनशील स्थानों पर आवश्यक दवाओं के भंडारण के लिए विशेष तैयारी करने के निर्देश दिए गए।