डबल मर्डर : घर में घुसकर बेटे व बहू की गला रेतकर हत्या,पिता ही निकला हत्यारा

पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना, ज्वाइंट सीपी कई अधिकारी पहुंचे मौके पर

कानपुर (आरएनएस)। रामबाग इलाके में दिल दहला देने वाली वारदात हुई। आईपीएल मैच देखने के दौरान पति-पत्नी की निर्मम हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह जब मृतक का पिता नीचे उतरे और शव देख पर चीख पड़े। मकान मालिक की सूचना पर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना,ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी, डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति,एडीसीपी वेस्ट ब्रजेश कुमार,एसीपी सीसामऊ,थाना प्रभारी व फोरेंसिक टीम पहुंची और साक्ष्य एकत्र किये।

बेंजाडीन टेस्ट के बाद पूछताछ में टूट गया आरोपित
रामबाग निवासी शिवम तिवारी (27) चाय व चाट का ठेला लगाते थे। परिवार में उनके पिता दीप कुमार,पत्नी जूली (25) और भाई मोनू तिवारी है। बुधवार रात पिता और उसका भाई मोनू छत पर सोने चले गए थे। देर रात बदमाश घर में घुस गए और शिवम व उसकी पत्नी जूली की हत्या कर दी।

इसके बाद आरोपी हत्या करके फरार हो गया। वहीं,सुबह करीब 6:00 बजे उनके मकान मालिक ने जब उनके कमरे का दरवाजा खुला देखा, तो वह भीतर गए। जहां पर दोनों शव पड़े मिले। उन्होंने उनके परिजनों को सूचना दी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मकान मालिक की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी व फोरेंसिक टीम पहुंची और साक्ष्य एकत्र किये। हत्या के मामले में पुलिस का शक सही निकला और घर के अंदर ही आरोपित को ढूंढ निकाला। घर के अंदर परिवार के सदस्य और पांच किरायेदार परिवार के बीच छिपे वारदात को अंजाम देने वाला बुजुर्ग पिता पुलिस की नजरों से बच नहीं सका। पुलिस ने बेंजाडीन टेस्ट के बाद जब पूछताछ की तो वो टूट गया और हत्या की हकीकत बयां कर दी।

रात में बंद था मेन गेट
पुलिस ने छानबीन के दौरान सबसे पहले पता लगाना शुरू किया कि फोन कॉल किसने की थी। वहीं पूछताछ में सामने आया कि शिवम तिवारी अपने परिवार के साथ रहता था। मकान में परिवार में पिता, भाई व अन्य सदस्य और सात किराएदार परिवार रहते हैं। रात में मेन गेट बंद होने के बाद सुबह ही खुलता है और मेन गेट के अलावा अंदर आने जाने का कोई दूसरा रास्ता या दरवाजा नहीं है। मेन गेट भी पूरी रात बंद और किसी भी किरायेदार ने रात उसके खुलने की पुष्टि नहीं की। इस बात पर पुलिस को शक हुआ कि हत्या की वारदात को अंजाम देने वाला घर के अंदर ही है और पुलिस ने किसी को भी घर से बाहर न निकलने की हिदायत देकर जांच शुरू कर दी।

कुछ घंटे में हो गया राजफाश
पुलिस के पहुंचने के बाद करीब चार घंटे की जांच में आरोपित बुजुर्ग पिता की हकीकत सामने आ गई। पुलिस ने घर के अंदर मौजूद सभी लोगों का बेंजाडीन टेस्ट कराया तो पिता और भाई के हाथ में खून के निशान मिलने की पुष्टि हुई। पिता दीप तिवारी के कपड़ों पर भी खून की छीटें मिली, कड़ाई से पूछताछ में बुजुर्ग पिता दीप तिवारी टूट गया और हत्या की हकीकत बयां की। उसने बेटे और बहू की हत्या की बात कबूल कर ली।
वहीं दोनों शवों का पोस्टमार्टम दो चिकित्सको के पैनल डॉ समीर नारायण व डॉ बसंत लाल ने किया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई।