
नई टिहरी(आरएनएस)। घनसाली क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच रविवार को जनता का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। आंदोलनकारी स्वास्थ्य जन संघर्ष मोर्चा घनसाली के विक्रम घणाता और अजय कंसवाल पिलखी में मोबाइल टावर पर चढ़ गए। दोनों ने क्षेत्र के अस्पतालों में डॉक्टरों की स्थायी तैनाती, एम्बुलेंस सुविधा और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित न होने तक टावर से नीचे न उतरने की चेतावनी दी। रविवार को राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती के मौके पर जहां पूरा प्रदेश उत्सव मना रहा है, वहीं घनसाली में स्वास्थ्य सेवाओं की मांग को लेकर जनता सड़कों पर उतर आई। बीते एक पखवाड़े से पीएचसी पिलखी में चल रहे आंदोलन ने नाटकीय रूप ले लिया। जहां आंदोलनकारी विक्रम घणाता और अजय कंसवाल पिलखी में मोबाइल टावर पर चढ़ गए, वहीं जिपंस अनुज शाह, पुरुषोत्तम और संजय ने प्रतीकात्मक जलसमाधि लेने की कोशिश की। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें समझाकर रोका। वहीं दूसरी ओर सर्वदलीय स्वास्थ्य संघर्ष समिति द्वारा घनसाली बाजार में मुख्यमंत्री और विधायक के पुतला दहन कार्यक्रम की घोषणा की गई थी, लेकिन पुलिस ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पूर्व विधायक भीम लाल आर्य, कैलाश बडोनी, जसवीर नेगी, शूरवीर लाल और प्रताप सजवाण को हिरासत में ले लिया। पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही उनके समर्थकों ने कोतवाली परिसर में जोरदार हंगामा किया। समर्थकों का कहना है कि, सरकार आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है और जनता की आवाज को कुचलने की कोशिश हो रही है। उधर, पिलखी में मोबाइल टॉवर पर चढ़े विक्रम घणाता और अजय कंसवाल ने प्रशासन की बार-बार की अपील के बावजूद नीचे उतरने से इनकार कर दिया। स्थानीय लोग और अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं और आंदोलनकारियों को शांतिपूर्वक नीचे लाने के प्रयास कर रहे हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक घनसाली और आसपास के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। फिलहाल क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जनता का कहना है कि, राज्य की रजत जयंती पर जब सरकार उपलब्धियों का बखान कर रही है, वहीं घनसाली के लोग आज भी बेहतर इलाज और डॉक्टरों की आस में आंदोलन को मजबूर हैं।





