
अल्मोड़ा। पूर्व लोकसभा और राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने राज्य सरकार से आगामी विधानसभा के विशेष सत्र में गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी घोषित करने की मांग की है। शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में टम्टा ने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर 9 नवम्बर को राज्य जयंती वर्ष मनाया जा रहा है। इसी अवसर पर 3 और 4 नवम्बर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी शामिल होंगी। टम्टा ने कहा कि यह राज्य के इतिहास का महत्वपूर्ण अवसर है और पूरा उत्तराखंड सरकार से अपेक्षा कर रहा है कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस सत्र में सरकार ने गैरसैंण को राजधानी घोषित नहीं किया, तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता — पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और प्रीतम सिंह — संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर राज्य का पांच वर्षीय विजन प्रस्तुत करेंगे। पूर्व सांसद ने कहा कि गैरसैंण को राजधानी बनाए जाने की मांग केवल राजनीतिक नहीं बल्कि भौगोलिक और प्रशासनिक दृष्टि से भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पहाड़ की जनता लंबे समय से राजधानी के स्थायी निर्धारण की प्रतीक्षा कर रही है। कांग्रेस शासनकाल में गैरसैंण को स्थायी राजधानी न बनाए जाने के सवाल पर टम्टा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने गैरसैंण में विधानसभा भवन का निर्माण कराया और राजधानी निर्धारण का मंच तैयार किया था। अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आगे बढ़ते हुए गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि 2027 में कांग्रेस को जनता का विश्वास मिला, तो गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाया जाएगा। आपदा प्रबंधन पर बोलते हुए टम्टा ने कहा कि उत्तराखंड जैसी भौगोलिक परिस्थिति वाले राज्य में आपदाओं से निपटने के लिए स्थायी नीति बनाना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने याद दिलाया कि मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में राज्य में क्लाउड बर्स्ट की घटनाओं की निगरानी के लिए चार डॉप्लर रडार स्थापित करने की योजना बनी थी, लेकिन उसके बाद वह योजना अधर में रह गई। पत्रकार वार्ता में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र भोज, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष ताराचंद जोशी, पूर्व जिला अध्यक्ष पीतांबर पांडे सहित अन्य कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे।



