एफआरआई में 107 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बाहरी लोगों के लिए इंस्टीट्यूट बंद

देहरादून। उत्तराखंड के कई शहरों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। चिंता की बात है कि राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। सोमवार को देहरादून स्थित वन अनुसंधान केंद्र (फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट) में कोरोना के 107 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद, संस्थान प्रशासन ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। एफआरआई के डायरेक्टर अरुण सिंह रावत ने बताया कि संस्थान में कोविड के 107 नए मामले आने बाद इंस्टीट्यूट को बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया है। चिंता की बात है कि राजधानी देहरादून में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। रविवार को भी कोरोना के 1670 मामले एक दिन में दर्ज किये गये हैं। मसूरी में 39 मरीज मिले। जिले के अस्पतालों में 16 लोगों की मौत हुई है।

देहरादून में डबल म्यूटेंट वायरस सक्रिय
देहरादून में कोरोना का डबल म्यूटेंट और यूके वायरस कहर बरपा रहा है। इसकी तस्दीक दिल्ली एनसीडीसी से आई रिपोर्ट में होती है। दून मेडिकल कॉलेज की वीआरडीएल लैब से मार्च में भेजे गये 26 सैंपलों में पांच में दूसरे वेरियंट की पुष्टि हुई है। प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर प्रो. डा. शेखर पाल और को-इन्वेस्टिगेटर डा. दीपक जुयाल ने बताया कि कुल संक्रमितों में से पांच फीसदी सैंपल दिल्ली एनसीडीसी वेरियंट की पहचान को भेजे जाते हैं। मार्च में भेजे गये 26 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जो सैंपल हमारी लैब से भेजे गये थे। उनमें से दो में यूके वेरियंट, एक में डबल म्यूटेंट वेरियंट और दो में अन्य वेरियंट मिले हैं। ये वेरियंट तेजी से फैलते हैं, इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि दून में जो केस बढ़े हैं। वह इसी वेरियंट के न हो। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि पूर्व में भी डबल वेरियंट की पुष्टि दून की एक अन्य लैब के सैंपलों में हुई थी। इससे अंदाजा लगता है कि दून में यह वेरियंट सक्रिय है। हमें अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। मास्क एवं सोशल डिस्टेंस का पालन जरूरी है।


Exit mobile version