बेरोजग़ार युवाओं की व्यथा सामने लाने को 1 सितंबर को उपवास रखेंगे पूर्व सीएम हरीश रावत
देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मैं एक सितंबर को बेरोजग़ार नौजवानों की व्यथा को समाज और राज्य के नीति नियंताओं के सामने लाने के लिए अपने आवास पर उपवास रखूंगा। गौरतलब है कि हरिद्वार के ढंडेरा-लक्सर बदहाल मार्ग पर स्वतंत्रता दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने बैलगाड़ी तिरंगा यात्रा निकालकर केंद्र और राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि गड्ढों से पता चल रहा है कि डबल इंजन की सरकार है। बदहाल सडक़ों पर जनता मर रही है, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है। बेरोजगार परेशान हैं, लेकिन सरकार को तो शराब की दुकानों की चिंता है। रविवार को देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री और तीन विधायकों समेत 200 कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। शनिवार को रुडक़ी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ढंडेरा में बैलगाड़ी पर सवार हुए। उनके साथ जिले के तीन कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद और ममता राकेश के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।