एडमिशन के नाम पर पांच लाख की ठगी, अल्मोड़ा पुलिस ने पुणे से किया फर्जी एजुकेशन काउन्सलर गिरफ्तार
अल्मोड़ा। 13 जनवरी को गौरी शंकर शाह निवासी अल्मोड़ा ने कोतवाली अल्मोड़ा में अभिषेक मौर्य पुत्र अरविन्द मौर्य निवासी ग्राम जौलहापुर जिला आजमगढ़, उत्तर प्रदेश के विरुद्ध भारती विद्यापीठ लॉ कॉलेज पुणे में उनके बेटे के एडमिशन के नाम पर 5,05,150 रूपये की ठगी का मुकदमा पंजीकृत कराया था। पंकज भट्ट वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा दिए गए निर्देशों पर मामले की विवेचना उप निरीक्षक रजत कसाना द्वारा की जा रही थी। दिशा निर्देशों पर अमल करते हुए विवेचना टीम द्वारा अभियुक्त की गिरफ़्तारी के प्रयास किये गए तथा अभिषेक को पूछताछ हेतु थाने लाया गया जहाँ उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया और अभियुक्त को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
घटना का विवरण
वादी द्वारा अपने पुत्र का दाखिला भर्ती विद्यापीठ लॉ कॉलेज पुणे में करने हेतु फॉर्म फीस देने हेतु कहा गया जिस पर वादी ने २४ अक्टूबर को 2150 रूपये उसके यूनियन बैंक खाते में डलवाये गये।
इसके बाद अलग अलग तिथियों में एडमिशन के नाम पर 1,28000 रूपये उसके बाद वह बच्चे के भविष्य की उज्जवल बनाने हेतु अपनी बातों में फॅसाते हुए एवं सीट फुल हो जाने का झाॅसा देकर 1,40000 रूपये, 80,000 रूपये तथा 1,55000 रूपये अलग-अलग तिथियों में ठग द्वारा अपने खाते में कुल- 5,05150 रूपये (पाॅच लाख पाॅच हजार एक सौ पचास रूपये) डलवाये गये। रुपये डलवाने के बाद भी वादी के लड़के का एडमिशन न किये जाने एवं पैसे वापस माॅगने पर आनाकानी करने पर ठगी का अहसास हुआ एवं कोतवाली आकर अभियोग पंजीकृत करवाया गया।
अपराध का तरीका-
गूगल एवं फेसबुक पर एडमिशन ओपन के नाम से विज्ञापन प्रचारित करते हुए, अभियुक्त भारती विद्यापीठ पुणे जो कि इण्डिया का सर्वोत्तम लाॅ काॅलेज माना जाता है का विद्यार्थी रहा है, 2011 से में बीटेक कम्प्लीट किया है। लगभग 10 वर्षो से इसी तरीके से काम करता है तथा पुणे में एक फ्लैट में रहता है। गूगल एवं फेसबुक पर भारती विद्या पीठ लॉ कॉलेज एवं अन्य कॉलेज में दाखिला हेतु कॉलेज प्रशासन या काउन्सलर बनकर एडमिशन ओपन संबंधित विज्ञापन, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर आदि का प्रचार प्रसार करता है। एडमिशन कराने हेतु लोग गूगल पर काॅलेजों का नाम सर्च करते हैं तो ठगों द्वारा दिये गये विज्ञापन एवं मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया जाता है, ठग द्वारा उन्हें लगातार ईमेल आईडी एवं एडमिशन फॉर्म आदि उपलब्ध कराया जाता है तथा झासे में लेकर इनसे रकम मांगी जाती है। जिससे लोगों की मेहनत की कमाई ठगों की जेब में चली जाती है।
गिरफ्तारी टीम में उ0नि0 रजत सिंह कसाना, का0 संदीप सिंह शामिल रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु एक हजार रूपये नगद पुरूस्कार से पुरस्कृत किया गया।