एक पेड़ पुरानी पेंशन के नाम कार्यक्रम 12 जुलाई को

पौड़ी। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर गूगल मीट का आयोजन किया गया। जिसमें 12 जुलाई को होने वाले कार्यक्रम एक पेड़ पुरानी पेंशन के नाम कार्यक्रम को लेकर रूपरेखा तय की गई और संगठन के विस्तार, भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी चर्चा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा ने कहा कि 12 जुलाई को होने वाले कार्यक्रम में सभी कार्मिकों को बढ़-चढ़कर भाग लेना है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर लगातार तीसरे वर्ष आयोजित हो रहा है। उन्होंने पिछले वर्ष लगाए गए पौधों के संरक्षण पर भी ध्यान देने, पूरे प्रदेश में संगठन विस्तार के लिए कार्यक्रम आयोजित करने की बात भी रखी। कहा कि पेंशन प्रकाश यात्रा में पेंशन बहाली के समर्थन में जुटाए गए 10 हजार हस्ताक्षर को पुरानी पेंशन की मांग के साथ मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को जल्द भेजा जाएगा। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने 12 जुलाई को होने वाले कार्यक्रम सफल बनाने की अपील की। उन्होंने पेंशन बहाली के लिए सांगठनिक मजबूती पर भी जोर दिया। बैठक में देशभर के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों और राज्यभर के 80 हजार नई पेंशन बहाली से आच्छादित कार्मिकों से पेड़ लगाने की अपील की गई है। बैठक में प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. डीसी पसबोला, महिला उपाध्यक्ष बबीता रानी, कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह सिंधवाल, आईटी सेल प्रभारी अवधेश सेमवाल और प्रवक्ता डा. कमलेश कुमार मिश्र ने भी विचार रखे। गढ़वाल मंडल अध्यक्ष जयदीप सिंह रावत ने संगठन के आर्थिक पक्ष पर भी जोर देने की बात कही। मंडलीय अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी संगठन की रीढ़ उसका आर्थिक पक्ष ही होता है। गढ़वाल मंडल सचिव नरेश कुमार भट्ट ने कहा कि पेंशन प्राप्ति के लिए अभी एक लंबे और सतत आंदोलन की आवश्यकता है। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव उनियाल, खुशाल सिंह रावत, राहुल जोशी, अनिल प्रकाश उनियाल, जसवंत रावत चमोली, ज्योति नौटियाल, नवीन सैनी, मीनाक्षी उपाध्याय, गुरुदेव रावत, मुरली मनोहर भट्ट, रश्मि गौड़, गुरदेव रावत, पंकज मौर्या, अमित ध्यानी, शंकर भट्ट, शशि चौधरी, शशि बेंजवाल, पंकज नौडियाल आदि मौजूद रहे।