एक घंटे तक अटकी रही 37 मरीजों और उनके तीमारदारों की जान
रुडकी। रुडक़ी सिविल अस्पताल में भर्ती कोरोना 37 मरीजों और उनके तीमारदारों की जान करीब एक घंटे तक अटकी रही। सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी होने के कारण मरीज और उनके तीमारदार परेशान हो गए। एक समय ऐसा भी आ गया था कि मात्र एक ही ऑक्सीजन सिलेंडर से सप्लाई हो रही थी। लेकिन करीब दस बजकर चालीस मिनट पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंच गए। रुडक़ी के निजी अस्पताल में सोमवार रात को ऑक्सीजन के खत्म होने के कारण अस्पताल में भर्ती पांच लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया था। बुधवार को सिविल अस्पताल में भी ऑक्सीजन की किल्लत हो गयी। सिविल अस्पताल में करीब 37 मरीज इस दौरान भर्ती थे। ऑक्सीजन की सप्लाई का कार्य देखने वाले लिपिक ने बताया कि मंगलवार रात को करीब दस बजे सिलेंडर भरने को बीएचइएल भेज दिया गया था। लेकिन सुबह तक भी ऑक्सीजन सिलेंडर रुडक़ी सिविल अस्पताल नहीं पहुंचे। मरीजों के तीमारदारों समेत अस्पताल प्रबंधन के भी हाथ पांव फूल गए। एक समय ऐसा भी आया जब एक सिलेंडर से कोविड वार्ड में भर्ती 37 मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की गयी। लेकिन सिलेंडर खत्म होने से पहले 20 ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल पंहुच गए।
हमने मंगलवार रात करीब दस बजे ऑक्सीजन लेने भेल में भेज दिया था। लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण में ऑक्सीजन पहुंचने में देरी हो गयी। लेकिन किसी प्रकार की परेशानी किसी मरीज को नहीं हुई है। -डॉ. संजय कंसल, सीएमएस