दुग्ध संघों में स्वीकृत पदों के लिए 15 दिन में रिक्तयां निकालें

हल्द्वानी। दुग्ध विकास सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने सोमवार को डेयरी निदेशालय में दुग्ध विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने प्रदेश में दुग्ध उपार्जन-विपणन स्थिति के साथ ही भौतिक व वित्तीय व्यय की अद्यतन जनकारियां अधिकारियों से ली। सभी जिलों में दुग्ध उत्पादकों, काश्तकारों के चीज, खोया, छुपी, बद्री घी आदि उत्पादन विक्रय के लिए 30 ग्रोथ सेंटर खोलने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
डॉ. रावत ने कहा कि सरकार इस वर्ष को रोजगार वर्ष के रूप में मना रही है। उन्होंने डेयरी विभाग, दुग्ध संघों, पशु आहारशाला रुद्रपुर में स्वीकृत पदों के सापेक्ष जो रिक्त पद हैं, उन्हें सीधी भर्ती, प्रतिनियुक्ति व आउटसोर्स से भरने के लिए 15 दिन में विज्ञापन निकालने के निर्देश दिए। एनसीडीसी योजना के अन्तर्गत दुधारू पशुओं के लिए ऋण की 50 प्रतिशत धनराशि राज्य सरकार अनुदान देने की बात कही। निदेशक डेयरी जीवन सिंह नगन्याल ने बताया कि प्रदेश में 11 दुग्धशालाएं हैं, जिनकी 2.70 लाख लीटर क्षमता है और 164 दुग्ध मार्गों पर 4189 दुग्ध सहकारी समितियां गठित हैं। 159 लाख दुग्ध उत्पादक सदस्य हैं। दो लाख किलोग्राम प्रतिदिन औसत दैनिक दुग्धोपार्जन है और तरल दूध बिक्री 157 लाख लीटर से अधिक है। उन्होंने बताया कि दुग्ध उत्पादकों को प्रोसाहन राशि के लिए 12 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई थी, जो लाभार्थियों के खाते में डाल दी गई है। गंगा गाय महिला डेयरी योजना के तहत प्रदेश के जनपदों में 361 के सापेक्ष 381 प्रार्थना पत्र बैकों को भेजे गये। बैकों द्वारा 358 प्रार्थना पत्रों पर ऋण स्वीकृत करते हुए 355 को ऋण वितरित कर दिया गया है। लाभार्थियों द्वारा 355 दुधारू पशु भी क्रय कर लिए गए हैं।
बैठक में ये रहे मौजूद-
बैठक में लालकुआं दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, उपनिदेशक संजय उपाध्याय, सामान्य प्रबंधक यूसीडीएफ एके नेगी, वित्त अधिकारी कमलेश भंडारी, पशु आहार प्रबंधक अजय क्वीरा, सहायक निदेशक बीएस बिष्ट, राम प्रसाद, दुग्ध संघ प्रबंधक डॉ. एचएस कुटौला, अभियंता आरएन तिवारी, दुग्ध निरीक्षक विजय प्रकाश आदि मौजूद रहे।

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